देश की राजनीती में कई ऐसे राजनीतिक परिवार हैं जो काफी सक्रिय हैं और उनके लिए राजनीतिक विरासत को संभालना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। एक ऐसा परिवार है जम्मू-कश्मीर में जो नैशनल कॉनफ्रेंस का है, जिसका नाम है ‘अबदुल्ला परिवार’। हर कदम पर, इस परिवार ने बेलाइशन पर कदम रखते हुए अपनी अद्वितीय राजनीतिक दृष्टिकोण को प्रमोट किया है।
इस परिवार की तीन पीढ़ियाँ जम्मू-कश्मीर की राजनीति में अपना उद्भावन कर रही हैं और इनमें से तीनों ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर क़ब्ज़ा किया है। अबदुल्ला परिवार की राजनीतिक नींव को पहले शेख अब्दुल्ला ने आजादी से काफी पहले रखा था और तब से लेकर आज तक, इस परिवार ने घाटी में राजनीतिक प्रभाव को बनाए रखा है। शेख अब्दुल्ला 1977 में कांग्रेस के साथ साझेदारी करके जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने थे और 1982 तक उन्होंने यह पद संभाला। उनके बाद, उनके बेटे फारुक अब्दुल्ला ने इस राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया, जो आज तक जारी है।
फारुक अब्दुल्ला ने 1981 में नैशनल कॉनफ्रेंस के अध्यक्ष बनकर जम्मू-कश्मीर विधान सभा के लिए चुनाव लड़े और राज्य के स्वास्त मंत्री बने। उन्होंने 1983 से 1987 तक मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला और फिर 1987 से 1990 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद, उन्होंने 1996 में चौथी बार विधान सभा चुनाव जीतकर राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभाला। 2002 में फारुक अब्दुल्ला ने राज्य सभा के सदस्य बनने का सौभाग्य प्राप्त किया, और इसके बाद 2008 में पाँचवी बार जम्मू-कश्मीर विधांसभा के सदस्य बने। इसके बाद 2009 में उन्हें दूसरी बार राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया।
2009 में, UPA-1 के कायरकाल के दौरान, नवीन एवं नवीकरणिय उज़ा विभाग के केंद्रीय मंत्री के रूप में अब्दुल्ला ने अपनी राजनीतिक रूपरेखा को और बढ़ाया। अबदुल्ला परिवार का राजनीतिक सफर निरंतर बढ़ता रहा है, और बढ़ती उम्र के कारण फारुक अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला भी राजनीति में कदम रख रहे हैं। 2002 में उमर अब्दुल्ला ने नैशनल कॉनफ्रेंस के अध्यक्ष के रूप में अपने पिता फारूक अब्दुल्ला की जगह ली और उनका आगे बढ़ावा किया। अब्दुल्ला परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य उमर अब्दुल्ला के नाम पर कई रिकॉर्ड हैं।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| पूरा नाम | अब्दुल्ला अबूबकर नारंगोलिंटेविद [1] |
| अन्य नाम | अब्दुल्ला इब्नु अबूबकर [2] |
| व्यवसाय | • भारतीय एथलीट • भारतीय वायु सेना सैनिक |
| शारीरिक संरचना | |
| लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 178 मी०- 1.78 फीट इन्च- 5’ 10" |
| आँखों का रंग | काला |
| बालों का रंग | काला |
| ट्रिपल जम्प | |
| मौजूदा टीम | इंडिया |
| अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू | राष्ट्रमंडल खेल, बर्मिंघम |
| कोच | एम जार्ज |
| इवेंट | 100 मीटर, 200 मीटर स्प्रिंट और बाधा दौड़ |
| पदक | स्वर्ण पदक 2019: भारतीय सैन्य सेवा चैम्पियनशिप, पुणे में 2021: इंटर सर्विसेज चैंपियनशिप, भुवनेश्वर में 2022: इंडियन ग्रां प्री, भुवनेश्वर में रजत पदक 2019: इंडियन ओपन चैंपियनशिप, रांची में 2021: फेडरेशन कप, पटियाला में 2021: नेशनल ओपन चैंपियनशिप, स्टेडियम हनमकोंडा, वारंगल में 2022: नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, चेन्नई में 2022: राष्ट्रमंडल खेल, अलेक्जेंडर स्टेडियम, बर्मिंघम में Adulla Aboobacker (left) with his silver medal कांस्य पदक 2022: इंडियन ओपन जंप प्रतियोगिताएं, तिरुवनंतपुरम में |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 17 जनवरी 1996 (बुधवार) |
| आयु (2022 के अनुसार) | 26 वर्ष |
| जन्मस्थान | केरल, भारत |
| राशि | कुंभ (Aquarius) |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | केरल, भारत |
| स्कूल/विद्यालय | • वनमल एमयूपी स्कूल, केरल • कल्लाडी स्कूल, पलक्कड़, केरल |
| शैक्षिक योग्यता | ज्ञात नहीं |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | ज्ञात नहीं |
| गर्लफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
| परिवार | |
| पत्नी | लागू नहीं |
| माता/पिता | पिता - अबूबकर (मध्य पूर्व में एक कैफेटेरिया में सहायक के रूप में काम करते हैं।) माता - सारा |
| भाई/बहन | अब्दुल्ला के दो भाई-बहन हैं जिनका नाम मुहम्मद और सफना है। |
