मेरे आनूबव गए कितने के वर्ष, लहाँ पना बासुं ते अथवा फिर मेंबर अपवालर्मेट ये चे आनूबव शेयर करना सहीत लेथ, कॉलेज के जीवन में से, उन्होंने पार्लियामेंट में पहुंचा जिन्होंने अपने आठवां वर्ष में। उन्होंने देखा कि जिस चीज की आप कभी सोचते हैं, जिसका आप स्कूल में अपना ठाना करते हैं, उसी चीज को वहन किया। उनका जन्म मुंबई में हुआ था और वहां से उन्होंने स्कूलिंग की, बीएट की आगे उन्होंने जिलियर पॉलीटेक्निक और तारेकीबियास आपटिल द्वारा एम्स में पहुंचा। एम्स में ही, उन्होंने थूँ और एम्स की फाइलों में काम करते हुए एक दिन उन्हें यह अहसास हुआ कि उन्हें रोटरी एलेक्शन्स और आई इंटरनेट थाने नेवर में दिवाई पाटिल बनने का इरादा है। इसके बाद, उन्होंने सोचा कि रूट पॉलिटिक्स में वे लोग हैं जिनका पॉलिटिकल बैकग्राउंड है, जिनकी लाइनेज फादर पॉलिटिशन है, उन्होंने सोचा कि वे भी कॉरपोरेटर बन सकते हैं, एमएलए बन सकते हैं, एमपी बन सकते हैं।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा होऊँगा, जिसका पॉलिटिक्स में इंक्लिनेशन भी नहीं था। बहुत सारे लोग मेरे को कहते थे कि अगर तू भी जाएगा तो घर पर पाउड़ागा, लेकिन मैं फोकस था, एमएस करना था, उसके बाद सुपर स्पेशलाइजेशन करना था, उसके बाद एक कॉर्पोरेट अलगा, उसी कॉर्पोरेट में काम करूँगा जहां अपने अपरचीरेटी कभी-कभी मिलती है। चाहे अवसर कभी कभी मिले या न मिले, चुनाव शुरू हुआ तो क्या करता है, इस पर कई लोगों में विचार था कि MS Automated System की है और उनका एक मुख्य आराम का बेटा है।
चुनाव की शुरुआत में सिर्फ प्रचार गाड़ी के ऊपर से हाथ बुना जा सकता था, हाथ दिखा सकता था, लेकिन भाषण और स्पीच का संज्ञान नहीं जा सकता था। इस प्रकार, सबसे बड़ा मुझे कंटेश कर रहा था और उसका रिजल्ट उसकी तरह नहीं था। लोगों के सामने जाओं था तो बोलूगा गया है, “कंटेश लाई होंडा वीकैंड आई थिंक आई विल गो एवन फर्दर”। यह गाड़ी बहुत अच्छी चली, बहुत अच्छा प्रचार किया गया और लोग उसे बहुत अच्छे से जानते थे।
सबसे पहले, उन्होंने अपने आप को एक युवा उम्मीदवार के रूप में पेश किया और उन्होंने अपने क्षेत्र के युवाओं को बहुत ही ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने युवाओं को साकारात्मक दिशा में मोड़ने के लिए कई उत्साहजनक योजनाएं बताई और उन्होंने उन्हें अपनी स्थानीय समस्याओं और मुद्दों के बारे में बताया। उन्होंने युवाओं को उनकी आवाज को सुनने के लिए प्रेरित किया और उन्हें सकारात्मक परिवर्तन करने के लिए बढ़ने के लिए उत्साहित किया।
उनका संवाद में आकर्षण क्षमता से भरा हुआ था और उन्होंने युवा पीढ़ी को सकारात्मकता की ओर मोड़ने के लिए कई उत्साहजनक योजनाएं बताईं। उन्होंने उन्हें यहां तक की सिखाया कि वे अपने सपनों की पूर्ति के लिए कैसे प्रयास कर सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय समुदाय के सभी वर्गों के लोगों के साथ मिलकर कई सामाजिक कार्यों में भी भाग लिया।
कंटेश का यह संवाद मुझे बहुत प्रभावित करता है, और यह दिखाता है कि एक युवा नेता कैसे अपने क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ सच्चाई पैदा कर सकता है। उनकी योजनाएं और सोच मुझे समझ में आती हैं और मैं उन्हें उनके सर्वोत्तम प्रयासों के लिए प्रशंसा करता हूँ। उनकी शक्तिशाली और उत्साही भाषा, उनके युवा आदमी बनने के सपनों को प्रेरित करती हैं।
मेरे अनुभव गए कितने वर्ष, लहाँपना बासुं तथा फिर मेम्बर ऑफ पार्लियामेंट, ये सभी अनुभवों को साझा करना सही है। कॉलेज के जीवन में से, उन्होंने पार्लियामेंट में पहुंचा जिसका आरंभ उनके आठवें वर्ष में हुआ। वह देखने को मिला कि जो विचार आप कभी सोचते हैं, और जो आप स्कूल में अपना निर्धारित करते हैं, उसी को वहाँ पर उतारा गया।
उनका जन्म मुंबई में हुआ था और वहां से उन्होंने स्कूलिंग की, बीएट की, और फिर जिलियर पॉलीटेक्निक और तारेकीबियास आपटिल द्वारा एम्स में पहुंचे। एम्स में, उन्होंने थूँ और एम्स की फाइलों में काम करते हुए यह एहसास किया कि उन्हें रोटरी एलेक्शन्स और आई इंटरनेट थाने नेवर में दिवाई पाटिल बनने का इरादा है। उसके बाद, उन्होंने सोचा कि रूट पॉलिटिक्स में वे लोग हैं जिनका पॉलिटिकल बैकग्राउंड है, जिनकी लाइनेज फादर पॉलिटिशन है, उन्होंने सोचा कि वे भी कॉरपोरेटर बन सकते हैं, एमएलए बन सकते हैं, एमपी बन सकते हैं।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा होऊँगा, जिसका पॉलिटिक्स में इंक्लाइनेशन भी नहीं था। बहुत सारे लोग मेरे को कहते थे कि अगर तू भी जाएगा तो घर पर पाउड़ागा, लेकिन मैं फोकस था, एमएस करना था, उसके बाद सुपर स्पेशलाइजेशन करना था, उसके बाद एक कॉर्पोरेट अलगा, उसी कॉर्पोरेट में काम करूँगा जहां अपने अपरचीरेटी कभी-कभी मिलती है। चाहे अवसर कभी कभी मिले या ना मिले, चुनाव शुरू हुआ तो क्या करता है, इस पर कई लोगों में विचार था कि MS Automated System की है और उनका एक मुख्य आराम का बेटा है।
चुनाव की शुरुआत में सिर्फ प्रचार गाड़ी के ऊपर से हाथ बुना जा सकता था, हाथ दिखा सकता था, लेकिन भाषण और स्पीच का संज्ञान नहीं जा सकता था। इस प्रकार, सबसे बड़ा मुझे कंटेश कर रहा था और उसका रिजल्ट उसकी तरह नहीं था। लोगों के सामने जाओं था तो बोलूगा गया है, “कंटेश लाई होंडा वीकैंड आई थिंक आई विल गो एवन फर्दर”। यह गाड़ी बहुत अच्छी चली, बहुत अच्छा प्रचार किया गया और लोग उसे बहुत अच्छे से जानते थे।
सबसे पहले, उन्होंने अपने आप को एक युवा उम्मीदवार के रूप में पेश किया और उन्होंने अपने क्षेत्र के युवाओं को बहुत ही ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने युवाओं को सकारात्मक दिशा में मोड़ने के लिए कई उत्साहजनक योजनाएं बताई और उन्होंने उन्हें अपनी स्थानीय समस्याओं और मुद्दों के बारे में बताया। उन्होंने युवाओं को उनकी आवाज को सुनने के लिए प्रेरित किया और उन्हें सकारात्मक परिवर्तन करने के लिए बढ़ने के लिए उत्साहित किया।
उनका संवाद में आकर्षण क्षमता से भरा हुआ था और उन्होंने युवा पीढ़ी को सकारात्मकता की ओर मोड़ने के लिए कई उत्साहजनक योजनाएं बताईं। उन्होंने उन्हें यहां तक की सिखाया कि वे अपने सपनों की पूर्ति के लिए कैसे प्रयास कर सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय समुदाय के सभी वर्गों के लोगों के साथ मिलकर कई सामाजिक कार्यों में भी भाग लिया।
कंटेश का यह संवाद मुझे बहुत प्रभावित करता है, और यह दिखाता है कि एक युवा नेता कैसे अपने क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ सच्चाई पैदा कर सकता है। उनकी योजनाएं और सोच मुझे समझ में आती हैं और मैं उन्हें उनके सर्वोत्तम प्रयासों के लिए प्रशंसा करता हूँ। उनकी शक्तिशाली और उत्साही भाषा, उनके युवा आदमी बनने के सपनों को प्रेरित करती हैं।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| पूरा नाम | श्रीकांत एकनाथ शिंदे [1] |
| व्यवसाय | • राजनेता • चिकित्सक • व्यवसायी |
| जाने जाते हैं | महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे होने के नाते |
| शारीरिक संरचना | |
| लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 175 मी०- 1.75 फीट इन्च- 5’ 9” |
| आँखों का रंग | काला |
| बालों का रंग | काला |
| राजनीति | |
| राजनीतिक पार्टी | शिवसेना पार्टी Shiv Sena logo |
| राजनीतिक यात्रा | • मई 2014 में वह 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए। • 1 सितंबर 2014 से 25 मई 2019 तक वह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के स्थायी समिति सदस्य रहे। • 15 सितंबर 2014 से 25 मई 2019 तक वह लोक सभा के सदस्यों के साथ सरकारी अधिकारियों के प्रोटोकॉल मानदंडों और अवमानना व्यवहार के उल्लंघन पर समिति सदस्य, सलाहकार समिति, शहरी विकास मंत्रालय, आवास और शहरी गरीबी उपशमन के सदस्य रहे। • मई 2019 में वह 17वीं लोकसभा के लिए दोबारा से निर्वाचित हुए। • 13 सितंबर 2019 को उन्हें रक्षा संबंधी स्थायी समिति सदस्य, सलाहकार समिति, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 4 फरवरी 1987 (बुधवार) |
| आयु (वर्ष 2022 के अनुसार) | 35 वर्ष |
| जन्मस्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | मुंबई, महाराष्ट्र |
| राशि | कुंभ (Aquarius) |
| हस्ताक्षर | Shrikant Shinde's signature |
| कॉलेज/विश्वविद्यालय | डी वाई पाटिल मेडिकल कॉलेज, नवी मुंबई |
| शैक्षिक योग्यता | एम.बी.बी.एस., एम.एस. (आर्थोपेडिक्स) [2] |
| धर्म | हिन्दू [3] |
| जाति | मराठा [4] |
| शौक/अभिरुचि | किताबें पढ़ना और फिल्में देखना |
| पता | बंगला नंबर 5 और 6, लैंडमार्क सोसाइटी, लुइसवाड़ी सर्विस रोड, ठाणे-400604, महाराष्ट्र [5] |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| विवाह तिथि | 16 नवंबर 2016 (बुधवार) |
| परिवार | |
| पत्नी | वृषाली शिंदे Shrikant Shinde with his wife |
| बच्चे | बेटा - रुद्रांश शिंदे Shrikant Shinde with his son |
| माता-पिता | पिता - एकनाथ शिंदे (राजनेता) Shrikant Shinde with his father माता - लता एकनाथ शिंदे (व्यवसायी) Shrikant Shinde with his mother Shrikant Shinde family |
| भाई/बहन | भाई - दीपेश शिंदे (2 जून 2000 को मृत्यु) बहन - शुभदा शिंदे (2 जून 2000 को मृत्यु) |
| धन संपत्ति संबंधित विवरण | |
| संपत्ति [6] | चल संपत्ति नकद: रु. 2,50,000 बैंकों में जमा: रु. 20,18,950 बांड, डिबेंचर और शेयर: रु. 5,00,000 एलआईसी या अन्य बीमा पॉलिसियां: रु. 55,00,785 आभूषण: रु. 52,88,780 अचल संपत्ति कृषि भूमि: रु. 55,08,000 |
| कुल संपत्ति | 1.96 करोड़ (2019 के अनुसार) [7] |
