अजीत डोभाल, एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस अधिकारी), जिन्हें जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का मास्टर माइंड कहा जाता है, उनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के एक सैनिक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता, गुणानंद डोभाल, भारतीय सेना के एक सैनिक थे।
अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद, उन्होंने आईपीएस की तैयारी में लग गए और 1968 में केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी बने। डोभाल ने ‘मिज़ो नेशनल फ्रंट विद्रोह’ के दौरान लालडेंगा के सात कमांडरों में से छह पर जीत हासिल की थी, जिसका उद्देश्य मिज़ोस के लिए एक संप्रभु राज्य की स्थापना करना था।
आईपीएस अधिकारी के रूप में मात्र छ साल की सेवा में उन्हें भारत सरकार द्वारा उनकी योग्य सेवा के लिए “पुलिस पदक” से सम्मानित किया गया था। उस समय डोभाल यह सम्मान प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के पुलिस अधिकारी थे, क्योंकि आमतौर पर एक अधिकारी को पदक के लिए अर्हता प्राप्त करने में लगभग डेढ़ दशक का समय लगता है।
डोभाल ने 1990 में कश्मीर भेजा गया था, जहां उन्होंने कूका पारे जैसे आतंकवादियों को भारत विरोधी बनने से मना किया था। उन्होंने 1996 में जम्मू और कश्मीर में राज्य के चुनावों का रास्ता साफ किया था और तब उन्हें लंदन में भारतीय उच्चायोग में मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
एक ख़ुफ़िया अधिकारी के रूप में, वह पाकिस्तान में एक मुसलमान के भेष भूषा में लगभग सात साल तक रहे, जिसमें उनकी मुलाकात एक हिंदू के साथ हुई, जो पलक झपकते ही डोभाल को एक हिंदू के रूप में पहचान लिया था। डोभाल ने कहा कि शुरू में मैं उस आदमी से सहमत नहीं था और जोर देकर कहा कि मैं एक हिंदू परिवार में पैदा हुआ था लेकिन बाद में इस्लाम में परिवर्तित हो गया।
डोभाल ने इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 814 (IC-814) से यात्रियों की रिहाई के लिए बातचीत की थी, जिसे 1999 में भारतीय जेलों में बंद कई इस्लामी शख्सियतों की रिहाई के लिए अपहृत किया गया था। विशेष रूप से डोभाल को 1971 से 1999 के बीच इंडियन एयरलाइंस के सभी 15 विमानों के अपहरण को समाप्त करने में शामिल होने का अनुभव है। अजीत डोभाल ने एक साक्षात्कार में पाकिस्तान को खुल्ला चैलेंज देते हुए कहा – “अगर तुम एक और मुंबई काण्ड दोहरओंगे, हम तुम्हारे मुह से बलूचिस्तान छीन लेंगे”।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| पूरा नाम | अजीत कुमार डोभाल [1] |
| व्यवसाय | आईपीएस अधिकारी |
| शारीरिक संरचना | |
| लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 163 मी०- 1.63 फीट इन्च- 5’ 4" |
| वजन/भार (लगभग) | 70 कि० ग्रा० |
| आँखों का रंग | काला |
| बालों का रंग | काला |
| सिविल सर्विसेज | |
| सर्विस | भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस) |
| बैच | 1968 |
| कैडर | केरला |
| प्रमुख पद | • अजीत डोभाल वर्ष 1968 में केरल कैडर में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए। • वर्ष 2004 और 2005 के बीच, उन्होंने इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक के रूप में काम किया। • दिसंबर 2009 में वह आध्यात्मिक रूप से उन्मुख संगठन, विवेकानंद केंद्र द्वारा स्थापित एक थिंक टैंक 'विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन' के संस्थापक-निदेशक बने। • उन्हें भारत सरकार द्वारा मई 2014 में भारत के पांचवें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया। |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 20 जनवरी 1945 (शनिवार) |
| आयु (2021 के अनुसार) | 76 वर्ष |
| जन्मस्थान | गिरि बनेल्स्युन, पौड़ी गढ़वाल, संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (अब उत्तराखंड, भारत में) |
| राशि | कुंभ (Aquarius) |
| हस्ताक्षर | Ajit Doval's signature |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| धर्म | हिन्दू [2] |
| जाति | ब्राम्हण [3] |
| आहार | मांसाहारी [4] |
| गृहनगर | पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड |
| स्कूल | किंग जॉर्ज रॉयल इंडियन मिलिट्री स्कूल, अजमेर, राजस्थान |
| कॉलेज/विश्वविद्यालय | • आगरा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश, भारत • नेशनल डिफेंस कॉलेज, दिल्ली |
| शैक्षिक/योग्यता | अजीत डोभाल ने आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया। [5] |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| विवाह वर्ष | 1972 |
| परिवार | |
| पत्नी | आरुणि डोभाल Ajit Doval with his wife |
| बच्चे | बेटा - 2 • शौर्य डोभाल (राजनयिक) Ajit Dova's son Shaurya Doval (Diplomat) • विवेक डोभाल (चार्टर्ड वित्तीय विश्लेषक) Ajit Doval's son Vivek Doval (Chartered Financial Analyst) |
| माता/पिता | पिता - गुणानंद देभाल (सेवानिवृत सिपाही) माता - नाम ज्ञात नहीं |
| धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
| वेतन/सैलरी | रु. 162,500 (या $2,400)/माह |
