राजेश्वर सिंह एक पूर्व भारतीय ईडी अधिकारी और राजनेता हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1996 में एक पीपीएस अधिकारी के रूप में की। उनका जन्म और पालन-पोषण लखनऊ के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।
ईडी राजेश्वर सिंह के माता-पिता उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिला के पखरौली गांव के निवासी हैं, और उनके पिता रण बहादुर सिंह पुलिस अधिकारी थे। उन्हें “राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था, जब उन्होंने अपनी नौकरी के दौरान उत्कृष्ट कार्य किए थे।
राजेश्वर सिंह ने इंटरमीडिएड तक की पढ़ाई लखनऊ, उत्तर प्रदेश के काल्विन तालुकदार कॉलेज से की, और इसके बाद आईआईटी विश्वविद्यालय, धनबाद, झारखण्ड से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। उन्होंने दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट प्राप्त किया और वर्ष 2018 में एलएलबी की पढ़ाई पूरी की।
राजेश्वर सिंह को लखनऊ में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहा जाता था और उन्होंने अपने सेवा के दौरान अपराध और अपराधियों से मुक्ति के लिए लखनऊ के गोमतीनगर में क्राइम ब्रांच की स्थापना की।
पिता के मार्गदर्शन पर चलते हुए डॉ राजेश्वर सिंह कभी भी किसी भी समय दृढ़ और बड़े निर्णय लेने से नहीं हिचकिचाते। उन्होंने अपने बचपन से ही अपने पिता की सेवा के प्रति प्रेरित रहे हैं और हमेशा उनके नक्शेकदम पर चलना चाहते हैं।
वर्ष 2005 में पुलिस सेवा में उनके कार्यों के लिए डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम द्वारा भारत के सर्वोच्च पुरस्कार ‘राष्ट्रपति वीरता पदक’ से सम्मानित किया गया था। राजेश्वर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, और योगी आदित्यनाथ से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया।
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार राजेश्वर सिंह ने लखनऊ के सरोजनीनगर विधानभा क्षेत्र से पर्चा दाखिला करने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आशीर्वाद प्राप्त किया।
ज्वाइन डायरेक्टर राजेश्वर सिंह के पास 3 लाइसेंसी हथियार, एक 75000 कीमत की पिस्टल, 50000 कीमत की एक राइफल और 40000 कीमत की डबल बैरल बंदूक हैं, जबकि उनकी पत्नी लक्ष्मी सिंह के पास भी 2 असलहे, एक राइफल, और एक 9 एमएम की पिस्टल हैं।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| व्यवसाय | भारतीय राजनेता और पूर्व संयुक्त निदेशक ईडी [1] |
| जाने जाते हैं | राजेश्वर सिंह एयरसेल-मैक्सिस, 2जी स्पेक्ट्रम, कोयला घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला और अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाला जैसे कई हाई प्रोफाइल केस पर काम करने के लिए जाने जाते हैं। [2] |
| करियर | |
| पार्टी/दल | • भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) (2022- वर्तमान) BJP Logo |
| सर्विस | पुलिस सेवा (पीपीएस) अधिकारी |
| बैच | 1994 [3] |
| कैडर | लखनऊ |
| शारीरिक संरचना | |
| लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 169 मी०- 1.69 फीट इन्च- 5’ 7” |
| आँखों का रंग | भूरा |
| बालों का रंग | काला और सफ़ेद |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 11 मार्च 1973 (रविवार) |
| आयु (2022 के अनुसार) | 49 वर्ष |
| जन्म स्थान | लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | लखनऊ, उत्तर प्रदेश |
| स्कूल/विद्यालय | काल्विन तालुकदार कॉलेज, लखनऊ |
| कॉलेज/विश्वविद्यालय | आईआईटी विश्वविद्यालय, धनबाद, झारखण्ड |
| शैक्षिक योग्यता [4] | • बीटेक • एमए • एलएलबी • पीएचडी |
| धर्म | हिन्दू [5] |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| परिवार | |
| पत्नी | लक्ष्मी सिंह (आईजी) |
| बच्चे | ज्ञात नहीं |
| माता/पिता | पिता - स्व. रण बहादुर सिंह (सेवनिवृत पुलिस अधिकारी) Rajeshwar Singh's father माता - तारा सिंह Rajeshwar Singh's sister and mother |
| भाई/बहन | भाई - रामेश्वर सिंह (आयकर आयुक्त अधिकारी) बहन - 2 • मीनाक्षी सिंह (आईआरएस अधिकारी) • आभा सिंह (सुप्रीम कोर्ट की वकील) Rajeshwar Singh with his brother and sisters |
| धन सम्पत्ति संबंधी विवरण | |
| संपत्ति | • बैंक जमा राशि: 57.92 लाख रूपये • आभूषण: 300 ग्राम सोना और 1 किलो चांदी [6] |
| कुल संपत्ति | 3.47 करोड़ रूपये (फरवरी 2022 के अनुसार) [7] |
