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Kalyan Singh

विशेष फ़ैन और विशिष्ट प्लेयर प्लेयर चितलंग्का के निधन की खबर से दुःख हुआ है। उत्तर प्रदेश में 1991 में बनी बीजेपी की पहली सरकार में वे सीयम थे। कल, उनका अंतिम समय लखनऊ के पीजियाई अस्पताल में हुआ।

वे यूपी के अलीगढ़ जिले के अत्रौली तहसील के मड़ौली गाँव में 1932 में एक साधारित लोध परिवार में पैदा हुए थे। 1967 में उन्होंने अपनी पहली जनसंग के टिकट पर अत्रौली से चुनाव लड़ा और विधायक बने। उनका नेतृत्व और सामर्थ्य ने उन्हें कभी भी पीछे मुड़ने नहीं दिया।

1980 में कॉंग्रेस के साथ हारने के बाद, 1985 में उन्होंने फिर से विधानसभा में प्रवेश पाया। 1997 में उन्होंने बसपा के साथ सहमति करके मुख्यमंत्री बने और उनका साथी अटल विहारी वाजपेयी रहे। उनका योगदान ने यूपी में नकल अध्यादेश को लागू किया, जो बाद में कल्यान सिंग यादव ने बदला और उन्होंने इस्तीफा दे दिया।

इसके पश्चात, उन्होंने 2004 में वीजेपी में शामिल होकर बुलंदशहर से सांसदीय सीट जीती। उनके बेहद सफल राजनीतिक करियर के बावजूद, उन्होंने हिमाचल प्रदेश के गवर्नर और राजस्थान के प्रभारी राजपाल के तौर पर भी कार्य किया।

उनका निधन हमें गहरे शोक में डाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महान नेता की श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके जीवन के कार्यों को याद किया है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले।

 

 

जीवन परिचय
व्यवसायभारतीय राजनेता
राजनीति
राजनीतिक पार्टी• भारतीय जनसंघ (1967-1980) भारतीय जनसंघ पार्टी • भारतीय जनता पार्टी (1980-20 जनवरी 2009) भारतीय जनता पार्टी झंडा • राष्ट्रीय क्रांति पार्टी (1999) • समाजवादी पार्टी (2009-2010) समाजवादी पार्टी चुनाव चिन्ह • जन क्रांति पार्टी (2010-2013) जन क्रांति पार्टी
राजनीतिक यात्रा• वर्ष 1967 में, वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्य के लिए चुने गए और वर्ष 1980 तक सदस्य रहे। • जून 1991 में, बीजेपी को विधानसभा चुनावों में जीत मिली और कल्याण सिंह पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। • बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद, कल्याण सिंह ने 6 दिसंबर 1992 को राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। • वर्ष 1997 में, वह फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने और वर्ष 1999 तक पद पर बने रहे। • बीजेपी के साथ मतभेदों के कारण, कल्याण सिंह ने भाजपा छोड़ दी और 'राष्ट्रीय क्रांति पार्टी' का गठन किया। • वर्ष 2004 में, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अनुरोध पर, वह भाजपा में वापस आ गए। • वर्ष 2004 के आम चुनावों में, वह बुलंदशहर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद नियुक्त किए गए। • वर्ष 2009 में, आम चुनावों में वह पुनः बीजेपी से अलग हो गए और एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में इटाह निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। • वर्ष 2009 में, वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। • वर्ष 2013 में, वह पुनः भाजपा में शामिल हुए। • 4 सितंबर 2014 को, उन्होंने राजस्थान के गवर्नर के रूप में शपथ ग्रहण की। • 28 जनवरी 2015 से 12 अगस्त 2015 तक, उन्होंने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्य किया।
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि5 जनवरी 1932
आयु (वर्ष 2018 के अनुसार)86 वर्ष
जन्मस्थानगांव- माधोली, तहसील-अटरोली, जिला- अलीगढ़, संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (अब, उत्तर प्रदेश, भारत)
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरअलीगढ़, उत्तर प्रदेश, भारत
राशिमकर
स्कूलज्ञात नहीं
कॉलेजधर्म समाज महाविद्यालय, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
शैक्षणिक योग्यता• बीए • एलएलबी
धर्महिन्दू
जातिलोधी
खाद्य आदतशाकाहारी
शौक/अभिरुचिसमाचार और कबड्डी देखना, संगीत सुनना, धार्मिक शास्त्र पढ़ना
विवाद• बाबरी मस्जिद विध्वंस से पहले, उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ अयोध्या का दौरा किया और राम मंदिर बनाने की शपथ ग्रहण की। • बाबरी मस्जिद विध्वंस में संलिप्त होने पर उन्हें कोई खेद नहीं है। उनके अनुसार, बाबरी मस्जिद विध्वंस आवश्यक था। • फरवरी 1998 में, उनकी सरकार ने बाबरी मस्जिद विध्वंस में शामिल लोगों के खिलाफ सभी आरोप वापस ले लिए थे। • वर्ष 1999 और वर्ष 2009 में बीजेपी छोड़ने के लिए वह विवादों में रहे।
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी
वैवाहिक स्थितिविवाहित
गर्लफ्रेंडज्ञात नहीं
परिवार
पत्नीरामवती देवी कल्याण सिंह की पत्नी
बच्चेबेटा - राजवीर सिंह (राजनेता) कल्याण सिंह अपने बेटे के साथ बेटी - प्रभा देवी
माता-पितापिता - तेजपाल सिंह लोधी माता - सीता देवी
भाई-बहनकोई नहीं
धन संबंधित विवरण
पसंदीदा राजनेताअटल बिहारी वाजपेयी
पसंदीदा स्थलसिंगापुर, थाईलैंड
पसंदीदा खेलकबड्डी, टेनिस
धन संबंधित विवरण
घर/एस्टेट600 ग्राम सोने के आभूषण ₹18 लाख और 4 किलो चांदी ₹20,000, वर्ष 2002 मॉडल का एक मेस्सी ट्रैक्टर
आय (लगभग)₹3.5 लाख प्रति माह + अन्य भत्ते
कुल संपत्ति (लगभग)₹62 लाख (वर्ष 2014 के अनुसार)

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