नमस्कार दोस्तों, आज मैं आपको देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार रामवन्जी सूतर के बारे में बताने जा रही हूं। रामवन्जी सूतर ने महात्मा गांधी की सबसे बड़ी कांसे प्रतिमा बनाने का अफसर प्राप्त किया और उनका सपना साकार हो गया। उनकी श्रेष्ठता का प्रमाण, गुजरात में बनी सर्दार वल्लव भाई पटेल की तस्टेचौव वाफ यूनिटी में है, जो उनकी देखरेख में बनी है।
रामवनजी सूतर का जन्म उनके पिता वन्जी हंसराज और माता सीता बाई के साथ फरवरी १९५२ को धुले के गॉंदूर गाँव में हुआ था, जो बॉम्बे प्रेसिडेंची का फिस्था था। रामवन्जी ने वर्ष १९५२ में प्रमिला के साथ विवाह किया और एक समर्थन मूर्तिकार बन गए।
उन्होंने अपने गुरुष्री रामकृष्णा से प्रेड्णा लिया और १९५३ में मॉडलिंग से सर्वोच्च अंक प्राप्त कर मेव गोल्ड मेडल हासिल किया। रामवनजी सूतर ने १९५४ से १९५८ तक अजंता और एलोरा की प्लाचीन गुफाओं में मूर्तियों के पूर्ण स्थापना के लिए कार्य किया।
१९५८ से १९६९ तक उन्होंने Ministry of Information and Broadcasting में कार्य किया, और फिर १९६९ में उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़कर पेशेवर मूर्तिकार बन गए। The Statue of Unity के साथ, उन्होंने और भी कई प्रमुख कलाकृतियाँ बनाई हैं।
रामवन्जी सूतर की कला को सम्मानित करते हुए, भारत सरकार ने उन्हें १९९९ में पद्मश्री और २०१६ में पद्मभूषण से सम्मानित किया है। दोस्तों, यदि आपको यह वीडियो पसंद आया हो तो कृपया लाइक करें, शेयर करें, और सब्सक्राइब करना न भूलें। आज के लिए इतना ही, हम अगले वीडियो में फिर मिलेंगे। धन्यवाद। नमस्कार।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| वास्तविक नाम | राम वंजी सुतार |
| व्यवसाय | मूर्तिकार |
| प्रसिद्ध हैं | स्टेचू ऑफ़ यूनिटी (प्रतिमा), गुजरात, भारत के लिए |
| करियर | |
| डेब्यू | वर्ष 1954 (एक मूर्तिकार के रूप में) |
| पुरस्कार/सम्मान | • वर्ष 1999 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2016 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राम वी सुतार पद्म भूषण पुरस्कार ग्रहण करते हुए |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 19 फरवरी 1925 |
| आयु (वर्ष 2018 के अनुसार) | 93 वर्ष |
| जन्मस्थान | गांव गोंडुर, धुले, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | धुले, महाराष्ट्र |
| राशि | मीन |
| स्कूल | राजकीय उच्च विद्यालय, गोंडुर |
| कॉलेज | सर जे. जे. कला स्कूल, मुंबई, भारत |
| शैक्षणिक योग्यता | मूर्तिकला में डिग्री |
| सरंक्षक | श्रीराम कृष्ण जोशी |
| धर्म | हिन्दू |
| जाति | विश्वकर्मा |
| शौक अभिरुचि | पुस्तकें पढ़ना, बढ़ईगीरी करना, संगीत उपकरण बजाना |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी | |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| विवाह तिथि | वर्ष 1952 |
| परिवार | |
| पत्नी | प्रमिला |
| बच्चे | बेटा - अनिल सुतार (मूर्तिकार) राम सुतार (बाईं ओर) अपने बेटे के साथ बेटी - कोई नहीं |
| माता-पिता | पिता - वंजी हंसराज (बढ़ई) माता - सीताबाई |
| पसंदीदा चीजें | |
| पसंदीदा नेता | महात्मा गांधी |
