मुरार जी देसाई, भारत रत्न से सम्मानित एवं पाकिस्तान के निशाने से भी नवाजा गया था। इन दोनों ही देशों से उन्हें सर्वोच्च सम्मान मिला। देशाई जी के जीवन का आरंभ गुजरात के वलसाद जिले के भदेली गाँव में हुआ था। इनका परिवार बड़ा था और इसके कारण उन्हें आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। देसाई जी के पिता की आत्महत्या के बाद, जिससे परिवार को और भी मुश्किलें आईं, वह बहुत परेशान हुए।
मुरार जी ने गुजरात में सिविल सेवा में शामिल होकर अपना करियर शुरू किया और बारह वर्षों तक डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्य किया। इस समय, उन्होंने महात्मा गांधी और बाल घंगाधर तिलक से संपर्क स्थापित किया और उनके साथ जीवन यापन किया। 1930 में देसाई जी ने सत्याग्रह में भाग लेने का निर्णय लिया और 1931 में उन्हें तीन बार जेल जाना पड़ा। इन्हें बारह वर्षों तक गुजरात प्रदेश कॉंग्रेस के अध्यक्ष के रूप में देखा गया।
1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान देसाई जी को गिरफ्तार किया गया और उन्हें तीन सालों के लिए कारागार में बंद किया गया। उन्होंने भारत-पाक संबंधों को सुधारने में अपनी भूमिका के लिए प्रमुखता दिखाई। 1977 में मुरार जी देसाई को प्रधानमंत्री बनाया गया, जो पहली बार गैर कांग्रेस सरकार थी। उन्होंने अपनी कुशल नेतृत्व के द्वारा भारत-पाक संबंधों को सुधारा और देश में आर्थिक सुधार के लिए कई कदम उठाए।
मुरार जी देसाई को 1990 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया, जबकि 1991 में पाकिस्तान से भी उन्हें निशाने से नवाजा गया। इनका योगदान और उनकी श्रेष्ठता के लिए हम उन्हें सदैव याद रखेंगे।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| व्यवसाय | भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता |
| राजनीतिक दल | • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (वर्ष 1934 से वर्ष 1969 तक) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी • Congress (O) Party (वर्ष 1969 से वर्ष 1977 तक) • जनता पार्टी (वर्ष 1977 से वर्ष 1988 तक) जनता पार्टी • जनता दल (वर्ष 1988 से वर्ष 1995 तक) जनता दल |
| राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 1931 में, वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य बने। • वर्ष 1937 तक, वह गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रहे। • वर्ष 1937 में, वह कांग्रेस सरकार के अंतर्गत राजस्व, कृषि, वन एवं सहकारिता मंत्रालय के मंत्री बने। • वर्ष 1946 में, राज्य विधानसभा के चुनावों के बाद वह मुंबई में गृह एवं राजस्व मंत्री बने। • वर्ष 1952 में, वह मुंबई के मुख्यमंत्री बने। • 14 नवंबर 1956 को, वह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए। • 22 मार्च 1958 को, उन्होंने वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला। • वर्ष 1967 में, वह इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल में उप-प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्रालय के प्रभारी मंत्री के रूप में शामिल हुए। • वर्ष 1971 में, उन्हें संसद सदस्य के रूप में चुना गया। • 24 मार्च 1977 को, उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। मोराजी देसाई भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करते हुए |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 29 फरवरी 1896 |
| जन्मस्थान | भदेली, बम्बई प्रेसिडेंसी |
| मृत्यु तिथि | 10 अप्रैल 1995 |
| मृत्यु स्थल | भदेली, बम्बई |
| मृत्यु कारण | स्वाभाविक मृत्यु |
| समाधि स्थल | भदेली, बम्बई, भारत |
| आयु (मृत्यु के समय) | 99 वर्ष |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| हस्ताक्षर | मोरारजी देसाई हस्ताक्षर |
| गृहनगर | भदेली, बम्बई प्रेसिडेंसी |
| स्कूल/विद्यालय | • सौराष्ट्र कुंडला स्कूल, सावरकुंडला, बम्बई • बाई अव बाई हाई स्कूल, वलसाड, बम्बई |
| महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | विल्सन कॉलेज, बम्बई |
| शैक्षणिक योग्यता | स्नातक |
| परिवार | पिता - रणछोड़जी देसाई (अध्यापक) माता - वाजीबेन देसाई भाई - ज्ञात नहीं बहन - ज्ञात नहीं |
| धर्म | हिन्दू |
| जाति | ब्राह्मण |
| पुरस्कार/सम्मान | • वर्ष 1991 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। • 19 मई 1990 को, उन्हें पाकिस्तान सरकार द्वारा भारत के प्रधानमंत्री के रूप में निशान-ए-पाकिस्तान पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पत्नी | गुजराबेन देसाई |
| विवाह तिथि | वर्ष 1911 |
| बच्चे | बेटा - कांति देसाई बेटी - कोई नहीं |
