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Yashpal Sharma

खेद कोरते हैं हम, बोते हैं हम, पालतू होते हैं हम, और फिर उस साला परिफेसर सास्त्री का उलाद काट कर ले जाते हैं। दिल में मेरे यारों कीरिली बातें उठें। हिंदी फिल्मों में समय-समय पर धेरों ऐसे विनीताओं का आगमन होता रहा है, जिनकी गलतियों से भी उनकी अलग पहचान है। और उन्होंने अपने किरदारों को इस तरह जीवंत किया है कि लोग उन्हें गालियां भी देते हैं और उनकी तारीफें भी करते हैं।

इस इस्लामी इस मेरी जान को घेरने के लिए तुम्हें बयार कर देवी जड़ा की दुआ। इस भिनेता का प्रभाव दर्शकों पर इतना है कि उनके दिमाग में उन फिल्मों से पहले आते हैं जिनमें उन अभिनेताओं और उनके द्वारा निभाए गए किरदारों के नाम ही उभरते हैं। यशपाल शर्मा, जो अपने दमदार और जीवंत अभिनय के लिए जाने जाते हैं, ऐसे एक अभिनेता हैं।

सबसे पहले चर्चा करते हैं यशपाल शर्मा की परिवारिक पृष्ठभूमि की। हिसार, हरियाणा के एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में, 1 जनवरी 1966 को जन्मे, यशपाल शर्मा अपने सात सिबलिंग्स में से एक है, जिन्होंने बचपन में लोग प्यार से उन्हें बिट्टू बुलाते थे।

यशपाल के पिता, प्रेमचन शर्मा जी, हरियाणा सरकार के PWD में चपरासी के कार्य में थे। इस श्रीनीवास कर्मचारी के साथ इतने सारे बच्चों को पालना कोई आसान काम नहीं था, और इसी कारण यशपाल के भाई-बहनों में से केवल एक छोटे भाई और यशपाल ही कॉलेज जा पाए और बाकी सभी को दसवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी।

बचपन में यशपाल ने अपने भाई-बहनों के साथ गाय बकरिया चराते, चारा काटते और अपने खर्चे खुद निकालने शुरू किये। इस दौरान, उन्होंने पचास रुपए के लिए दूसरों के खेतों में काम किया, कभी साइकिल के पंचर लगाए तो कभी चक्की पर आटा पीसा किया, कभी सरसों के तेल की मिल में तो कभी टिन के डब्बे के कारखाने में काम किया। बाद में, कॉलेज के दौरान, यशपाल ने दिनभर ट्यूशन देने के साथ-साथ फिल्मों में भी काम किया, और इसी तरह से वह जीवन का सफर शुरू हुआ।

परिवार की माध्यमवर्गीय स्थिति ने यशपाल को जीवन में सख्तीयों का सामना करना सिखाया, और इसने उन्हें एक जिम्मेदार और मेहनती व्यक्ति बनाया। उनके पैरंट्स ने उन्हें सजग बनाया और उन्हें अच्छी शिक्षा देने के लिए अपने अपने सम्भावना का सहारा दिया।

यशपाल का दृष्टिकोण अपने जीवन के अंशों पर अच्छूत रहा है और उन्होंने कभी भी इसे बनावटी ढंग से नहीं देखा है। उन्होंने अपने प्रयासों के बावजूद हमेशा जीवन को इस तरह से देखा है कि हर क्षण का आनंद लिया जा सकता है। उनका यह दृष्टिकोण उन्हें एक सकारात्मक और उत्साही व्यक्ति बनाता है, जो अपने कार्यों के माध्यम से लोगों को प्रेरित करता है।

 

जीवन परिचय
वास्तविक नामयशपाल शर्मा
उपनामबिट्टू
व्यवसायअभिनेता
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 175 मी०- 1.75 फीट इन्च- 5' 9"
वजन/भार (लगभग)75 कि० ग्रा०
आँखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि1 जनवरी 1967
आयु (2022 के अनुसार)55 वर्ष
जन्मस्थानहिसार, हरियाणा, भारत
राशिमकर
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरहिसार, हरियाणा, भारत
स्कूल/विद्यालयज्ञात नहीं
महाविद्यालय/विश्वविद्यालयनेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, मंडी हाउस नई दिल्ली, भारत
शैक्षिक योग्यताअभिनय और नाटक में स्नातक
डेब्यूफिल्म अभिनेता : फिल्म - जिंदगी एक जुआ (1992) फिल्म - जिंदगी एक जुआ (1992) टीवी कार्यक्रम : मेरा नाम करेगी रोशन (2010) मेरा नाम करेगी रोशन (2010)
परिवारपिता - प्रेम चंद शर्मा (हरियाणा सरकार सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सिंचाई शाखा) माता - नाम ज्ञात नहीं भाई - घनश्याम शर्मा बहन - कोई नहीं
धर्महिन्दू
पताकनाल कालोनी, राजगढ़ रोड, हिसार, हरियाणा, भारत मुंबई, महाराष्ट्र, भारत
शौक/अभिरुचिपुस्तकें पढ़ना, यात्रा करना
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा भोजनकढ़ी चावल
पसंदीदा अभिनेताअमिताभ बच्चन
पसंदीदा अभिनेत्रीमाधुरी दीक्षित
पसंदीदा गायकए. आर. रहमान
पसंदीदा रंगनीला
पसंदीदा खेलक्रिकेट
पसंदीदा स्थानथाईलैंड, गोवा
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थितिविवाहित
गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामलेकोई नहीं
पत्नीप्रतिभा शर्मा यशपाल शर्मा अपने परिवार के साथ
बच्चेबेटा - स्वयं शर्मा बेटी - सौम्या शर्मा

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