नमस्कार दोस्तों! हमारे यूट्यूब चैनल “हिंदी रिच्वल्स” में आपका हार्दिक स्वागत है। ओशो रजनीश, बिश्वी सदी के सबसे बड़े तमास्य बाजों में से एक, स्वयंकों के बीच मांते थे। उन्होंने अपनी बुद्धि कौशल से अपने अनुयायियों को विश्व भर में जीस सुत्र में बाँध लिया था।
उनकी भोगवादी विचारधारा ने सभी देशों में उनके अनुयायियों को प्राप्त किया है। रजनीश ने रजनीश केंद्र की स्थापना की और अपने विचित्र भोगवादी दर्शनों के लिए विश्वभर में प्रसिद्धता प्राप्त की।
एक दिन बिना अपने शिष्यों को सूचित किए, वह अमेरिका की ओर यात्रा कर गए और वहां भी अपना जाल बिछाया। उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स में अपना कम्यून बनाया, जिसे ओरेगॉन के निर्जन भुखंड के रूप में प्रसिद्ध किया गया।
रजनीश ने अपने विचित्र और भव्य लोगों को उत्कृष्टता से चर्चा कराई, जिससे उन्होंने एक अद्वितीय छवि बनाई। उन्होंने पुरातन वाद के खिलाफ नवीनता की दिशा में क्रांति की कोशिश की।
रजनीश की कई रचनाएं महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि “संभोक से समाधि तक,” “मृत्यु हे द्वार अमृत का संभावनाव,” और “प्रेमदर्शन के नाम प्रमुख”। उनकी विचारशीलता और सद्गुणिता ने एक अद्वितीय आध्यात्मिक सिद्धांत को उजागर किया है।
रजनीश का जन्म 11 दिसंबर को जबलपुर, मध्य प्रदेश, में हुआ था। उनका बचपन सही रजनेश चंद्र मोहन के नाम से जाना जाता था। उन्होंने 1955 में जबलपुर विश्वविद्यालय से नाटक और साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
कुछ समय बाद, उन्होंने अपने को भगवान के रूप में घोषित कर दिया और अमेरिका की यात्रा के बाद भारत वापस आए। वहां, उन्होंने स्वयं को “ओशो” के रूप में पुनः घोषित किया।
उनकी शिक्षाएँ धर्म और दर्शन साहित्य पर आधारित थीं और उनके शिष्यों में बड़े-बड़े उद्योगपतियों, विदेशी धन कुबेर, और फिल्म अभिनेताओं ने भी शामिल होते थे। हमारे चैनल “हिंदी रिच्वल्स” पर इसी प्रकार की रोचक और ज्ञानवर्धनकर जानकारियों के लिए हमें सब्सक्राइब करें और इस वीडियो को लाइक करें।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| वास्तविक नाम | चंद्र मोहन जैन |
| उपनाम | आचार्य रजनीश, ओशो |
| व्यवसाय | सूफ़ी, आध्यात्मिक शिक्षक और रजनीश आंदोलन के नेता |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 11 दिसंबर 1931 |
| जन्मस्थान | रायसेन, मध्य प्रदेश |
| मृत्यु तिथि | 19 जनवरी 1990 |
| मृत्यु स्थान | पुणे, महाराष्ट्र, भारत |
| आयु (मृत्यु के समय) | 58 वर्ष |
| मृत्यु कारण | हृदयाघात (दिल का दौरा पड़ने से) |
| राशि | धनु |
| हस्ताक्षर | ओशो हस्ताक्षर |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | बरेली, मध्य प्रदेश |
| स्कूल/विद्यालय | ज्ञात नहीं |
| महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | हितकर्णी कॉलेज, जबलपुर डी. एन. जैन. कॉलेज, जबलपुर सागर विश्वविद्यालय, सागर (मध्य प्रदेश) |
| शैक्षिक योग्यता | दर्शनशास्त्र में परास्नातक |
| धर्म | हिन्दू |
| परिवार | पिता - बाबुलाल जैन उर्फ़ स्वर्गीय देवतार्थ भारती (21 मार्च 1908 - 8 सितंबर 1979) ओशो के पिता बाबुलाल जैन माता - सरस्वती बाई जैन उर्फ़ माँ अमृत सरस्वती (23 नवम्बर 1913 - 17 मई 1995) ओशो की माँ सरस्वती बाई जैन भाई - विजय कुमार खाते, शैलेंद्र शेखर, अमित मोहन खाते, अकलंक कुमार खाते, निकलंक कुमार जैन बहन - रसा कुमारी, स्नेहलता जैन, निशा खाते, नीरू सिंघाई ओशो अपने परिवार के साथ |
| विवाद | • 23 अक्टूबर 1985 में, पोर्टलैंड के संघीय ग्रैंड जूरी ने उन्हें एवं उनके शिष्यों को आव्रजन कानूनों की अवेहलना करने के लिए सजा सुनाई। • उन्हें वर्ष 1984 में अमेरिका पर जैव आतंकी हमले में षड्यंत्रकारी गतिविधि में संलिप्त पाते हुए ₹26 करोड़ का जुर्माना और पांच साल की सजा सुनाई गई थी। • इस घटना के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने विश्व के 21 देशों में ओशो के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। • अपनी एक विवादास्पद टिप्पणी के चलते वह विवादों में तब आए जब उन्होंने रूढ़िवादी भारतीय धर्म के अनुष्ठानों को आडम्बर बताते हुए कहा कि "हम भारत के पिछड़ेपन का उपचार पूंजीवाद, जन्म नियंत्रण और विज्ञान के माध्यम से कर सकते हैं।" • उनका आश्रम कुछ खास तरह के सामूहिक उपचार के लिए कुख्यात हो गया था। इस उपचार में विभिन्न तरह के आक्रमक शारीरिक एवं सेक्सुअल गतिविधियां शामिल थीं। • ओशो पर अपने आश्रम में कुछ विदेशी संन्यासियों द्वारा वेश्यावृत्ति और ड्रग्स का व्यापर करने के भी आरोप लगे। • वर्ष 1970 में, भारत सरकार ने उनके आश्रम की कर मुक्त रियायत समाप्त कर दी और इसके साथ-साथ विदेश से आश्रम में आने वाले लोगों के वीजा को प्रतिबंधित कर दिया गया। • मई 1980 में, एक प्रवचन के दौरान उनको सीआईए का एक एजेंट मानते हुए विलास तुपे नामक (एक युवा हिंदू कट्टरपंथी) व्यक्ति द्वारा मारने की कोशिश की गई। • बौद्धिक पर्यवेक्षकों के अनुसार उनके सत्तर के दशक के व्याख्यान बौद्धिक रूप से कम और दर्शकों की विलासिता के लिए गंदे चुटकुले अधिक थे। |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
| गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामले | शीला अम्बालाल पटेल उर्फ़ माँ आनंद शीला ओशो माँ आनंद शीला के साथ माँ प्रेम निर्वाणो उर्फ़ माँ योग विवेक (कथित तौर पर) ओशो माँ प्रेम निर्वाणो के साथ |
| धन संबंधित विवरण | |
| संपत्ति (लगभग) | ₹4.5 करोड़ |
