साल 2002 था, देश भर के सभी अखबारों के फ्रंट पेज़ पर दिखा था बिजनेस टाइकून दिरुभाई अम्बानी का दुखद निधन, जिन्होंने 69 वर्ष की आयु में इस संसार को अलविदा कह दिया। उनकी मृत्यु के बाद, फोर्ब्स ने उन्हें दुनिया के 138वें सबसे धनवान आदमी का खिताब दिया। इसके पश्चात, उनकी दो पुत्रों, मुकेश और अनिल, को करोड़ों का साझा विरासत मिली।
हालांकि, इस धन और विरासत को लेकर दोनों भाइयों के बीच अनबन और विवाद थे। मुकेश ने रिलायंस इंडस्ट्रीज, पेट्रोलियम, IPCL और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी पुरानी कंपनियों को संचालित करने का जिम्मा लिया, जबकि अनिल को नई और बढ़ती हुई कंपनियों जैसे रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस कैपिटल, एनर्जी, नैचुरल रिसोर्सेस, और ब्रॉडकास्ट नेटवर्क मिले। इससे पूरे देश में यह बात मानी गई कि अनिल का स्थान भी उनके बड़े भाई से कम नहीं है।
अनिल अम्बानी ने अपने व्यापार में तेजी से प्रगति की और 2008 में वे दुनिया के 6वें सबसे अमीर आदमी बन गए। वे केवल व्यापारमेंन ही नहीं, बल्कि युवा आइकॉन पॉलिटिशियन और आर्थिक विजेता भी थे। उनका जीवनशैली और सफलता भरी जिंदगी किसी भी बॉलीवुड स्टार से कम नहीं थी। हालांकि, इस कहानी में भी एक ट्विस्ट था, जैसा कि हम सभी जानते हैं, मुकेश अम्बानी के छोटे भाई, अनिल अम्बानी का सिर्फ एक ही पैचान बचा था – उनके दिवालिया छोटे भाई वेल का।
हेलो फ्रेंड्स, मैं हूँ गौरव और आज हम अनिल अम्बानी के सफलता के सफर को समझने का प्रयास करेंगे। हम उनके बारे में जानेंगे, उनकी गलतियों से कुछ सिखेंगे, और यह भी देखेंगे कि उनकी उच्चतम सफलता के पीछे कौन-कौन से निर्णय और कार्य थे जिन्होंने उन्हें इस राह पर अग्रणी बनाया।
अनिल अम्बानी ने कमी से शुरुआत की और व्यापार में तेजी से उन्नति और विकास के संकेत दिए। उन्होंने अपने व्यापार की शुरुआत तेज़ी से की और 2008 में वे दुनिया के 6वें सबसे अमीर आदमी बन गए। उन्होंने बड़े पैम्बलर कंपनियों के साथ व्यापार करना शुरू किया और फिर खुद की कंपनियाँ बनाईं। इसके बाद उन्होंने नए क्षेत्रों में व्यापार करना शुरू किया और इन्फ्रास्ट्रक्चर, इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, नैचुरल रिसोर्सेस, और ब्रॉडकास्टिंग में भी कदम रखा। उन्होंने रिलायंस जियो की स्थापना की और भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में क्रांति मचाई।
अनिल अम्बानी ने न केवल व्यापार में बल्कि राजनीतिक क्षेत्र में भी अपना प्रभाव दिखाया है। उन्होंने महाराष्ट्र के राजनीतिक समर्थन में अपनी भूमिका को बढ़ावा दिया है। वह दुनिया भर में बड़े बिज़नेसमेन और राजनेता के रूप में मशहूर हैं।
अनिल अम्बानी की व्यापारिक सफलता के पीछे उनकी मेहनत, सही निर्णय, और साहस बड़ा योगदान रखते हैं। उन्होंने हमेशा नए और आगे के लक्ष्यों की ओर बढ़ने का संकल्प किया है और व्यापारिक जगत में एक महत्वपूर्ण नाम बनाया है। उनकी सफलता ने दिखाया है कि मुश्किल से मुश्किलाईं भी आसानी से पार की जा सकती हैं जब आप मेहनत, संघर्ष और उत्साह से उनका सामना करते हैं।
अनिल अम्बानी का सफलता का सफर हमें यह सिखाता है कि जीवन में समस्याओं का सामना करना और उन्हें पार करना हमें मजबूती और सफलता की दिशा में आगे बढ़ सकता है। उनकी कड़ी मेहनत, सजगता, और निर्णय कई लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। आप भी अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करें और कभी भी हार न मानें, यही उनका सफलता का रहस्य है।
इस पूरी कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को समर्थ होना चाहिए, उसकी क्षमताओं को सही तरीके से पहचानना चाहिए, और फिर मेहनत, आत्मविश्वास, और सही दिशा में प्रयास करना चाहिए। अनिल अम्बानी ने इसी प्रकार के गुणों के साथ अपने जीवन में सफलता प्राप्त की है और हमें इससे मोटिवेट करने के लिए एक अच्छा उदाहरण प्रदान किया है।
जीवन परिचय | |
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पूरा नाम | अनिल धीरूभाई अंबानी |
उपनाम | ज्ञात नहीं |
व्यवसाय | भारतीय व्यवसायी |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 183 मी०- 1.83 फीट इन्च- 6’ |
वजन/भार (लगभग) | 70 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 4 जून 1959 |
आयु (2017 के अनुसार) | 58 वर्ष |
जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
राशि | मिथुन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | मुंबई, भारत |
स्कूल/विद्यालय | ज्ञात नहीं |
कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | मुंबई विश्वविद्यालय पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय, फिलाडेल्फिया, पेंसिल्वेनिया, संयुक्त राज्य अमेरिका |
शैक्षिक योग्यता | मुंबई विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक व्हार्टन स्कूल, पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में परास्नातक |
परिवार | पिता - धीरूभाई अंबानी (भारतीय व्यवसायी) माता - कोकिला बेन अंबानी भाई - मुकेश अंबानी (भारतीय व्यवसायी) मुकेश अंबानी अपने पिता धीरूभाई अंबानी (बैठे हुए) और भाई अनिल अंबानी के साथ बहन - नीना और दीप्ती मुकेश अंबानी की बहनें |
धर्म | हिन्दू |
जाति | मोध वाणिक |
शौंक/अभिरुचि | दौड़ लगाना और योगा करना |
विवाद | • वर्ष 2004 में, अपने बड़े भाई मुकेश अंबानी से अलग होकर रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपना प्रभुत्व कायम रखने के लिए उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। • उन्हें 2 जी घोटाले में सीबीआई जांच का सामना करना पड़ा। |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा भोजन | बैंगन का भरता और छोले, चोको-बार आइसक्रीम, पाव-भाजी, थीन क्रस्ट मार्गरिटा पिज़्ज़ा बिना पनीर के |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | फरवरी 1991 |
पत्नी | टीना अंबानी अनिल अंबानी अपनी पत्नी के साथ |
बच्चे | बेटा - जय अंशुल अंबानी (जन्म-1996), जय अनमोल अंबानी बेटी - कोई नहीं अनिल अंबानी अपने दोनों बेटों के साथ |
धन संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | लेम्बोर्गिनी गेलार्डो, रोल्स रॉयस फैंटम, डब्लू 221 मर्सिडीज बेंज एस-क्लास, रेंज रोवर वाग, टोयोटा फॉर्च्यूनर, लेक्सस एसयूवी, मर्सिडीज जीएलके 350 |
जहाज संग्रह | बॉम्बार्डियर ग्लोबल एक्सप्रेस एक्सआरएस, बेल 412 (हेलीकाप्टर), ग्लोबल एक्सप्रेस (एयरक्राफ्ट), फाल्कन 2000, फाल्कन 7 एक्स |
संपत्ति (लगभग) | ₹19000 करोड़ |