एक दिन, आर्मी के एक ट्रक ड्राइवर ने एक अभियान के दौरान अपने साथियों की मौत का सामना किया। प्रदाश्चार्य के समय, उनके मन में यह सवाल उठा कि आखिरकार जीवन का अंत क्या होता है। उन्होंने अपनी मृत्यु को इतने क़रीब से देखकर उनके सभी साथीओं के साथ एक बड़ा परिवर्तनकारी अनुभव किया। गालियों की तरह, उन्होंने कहा कि मौत का एक दिन आना तय है, लेकिन नींद क्यों रात भर नहीं आती।
आर्मी के ट्रक ड्राइवर ने अपने जीवन के उद्देश्यों पर एक नए दृष्टिकोण से नजर डाला और उन्होंने जीवन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन अनुभव किया। वह गुलजार साहब के एक गाने में कहते हैं कि वक्त कहीं भी नहीं मिलता, लेकिन कभी-कभी उसे देखने के बाद, व्यक्ति को अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने का मौका मिलता है।
राले गाउं सिध्धी के अन्ना हजारे के लिए भी एक बड़ा परिवर्तनकारी अनुभव था। उन्होंने विवेकानंद की किताबें पढ़ीं, महात्मा गांधी और विनोबा भावे के विचारों से प्रभावित होकर अपने गाँव को हरित करने का कारगर तरीका अपनाया।
इस घड़ी में, उनकी सकारात्मक आत्म-परिवर्तन की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन की कई घटनाओं के बाद किसी का आत्मविश्वास और दृष्टिकोण कैसे बदल सकता है। इसे देखकर हम यह महसूस करते हैं कि कभी-कभी एक घटना ही हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल सकती है और हमें अपनी जिम्मेदारियों का नया दृष्टिकोण प्रदान कर सकती है।
इसी तरह, जीवन में कुछ क्षण हैं जो हमें अत्यंत गहराई से महसूस कराते हैं और जो हमारे लिए एक पूरी तरह से परिवर्तन कारी हो सकते हैं। इसके बारे में जब हम सोचते हैं, तो हम अपने जीवन को नए स्वरूप में देखने का समय पाते हैं, जिससे हमें नए उद्देश्य और दिशाएँ प्राप्त होती हैं। आखिर में, इस अनुभव से हम अपने आत्मविश्वास को मजबूत करने में सक्षम होते हैं और अपने जीवन को नए आयामों तक पहुंचा सकते हैं।
| Anna Hazare | |
|---|---|
| वास्तविक नाम | किसान बाबूराव हजारे |
| उपनाम | अन्ना |
| व्यवसाय | भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 15 जून 1937 |
| आयु (वर्ष 2018 के अनुसार) | 81 वर्ष |
| जन्मस्थान | भिंगार, बॉम्बे प्रांत, ब्रिटिश भारत |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | रालेगण सिद्धी, महाराष्ट्र |
| राशि | मिथुन |
| हस्ताक्षर | अन्ना हजारे हस्ताक्षर |
| स्कूल | ज्ञात नहीं |
| शैक्षणिक योग्यता | 7 वीं पास |
| धर्म | हिन्दू |
| पता | गांव रालेगण सिद्धी, पार्नर, अहमदनगर, महाराष्ट्र, भारत |
| शौक/अभिरुचि | योग करना और पुस्तकें पढ़ना |
| विवाद | • आरएसएस (दक्षिण पंथी हिन्दू संस्था) का एजेंट होने के लिए उनकी कड़ी आलोचना होती रही है। • राजनीतिक दलों के मध्य प्रॉक्सी के रूप में कार्य करने के लिए भी आलोचना होती रही है। • महाराष्ट्र सरकार द्वारा एक जांच में यह पाया गया, कि उनके एक ट्रस्ट "हिन्द स्वराज" ने उनके जन्मदिन समारोह पर ₹220000 खर्च किया। जिसके चलते उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। • कोलकाता टेलीग्राफ में लिखे गए, एक लेख में रामचंद्र गुहा ने अन्ना हजारे पर लोकतंत्र और दलित विरोधी होने का आरोप लगाया जा चुका है। • उन पर अरुंधती रॉय द्वारा मुसलमान विरोधी होने का भी आरोप लगाया जा चुका है। |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी | |
| वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
| परिवार | |
| पत्नी | कोई नहीं |
| बच्चे | कोई नहीं |
| माता-पिता | पिता - बाबूराव हजारे माता - लक्ष्मीबाई हजारे |
| भाई-बहन | भाई - मारुती हजारे और 3 अन्य बहन - 2 |
| पसंदीदा चीजें | |
| पसंदीदा राजनेता | स्वामी विवेकानंद , महात्मा गांधी |
