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Dhirubhai Ambani

बड़ा सोचो, जल्दी सोचो और आगे की सोचो, क्योंकि विचारों पर किसी का भी एक अधिकार नहीं है। ऐसा कहना है धीरो भाई अम्बानी का, जिन्हों ने एक साधारन परिवार से दुनिया की सबसे अमीर इंसानों में से एक होने का संगर्स भरा रास्ता तै किया। पकोड़े बेचना सुरू कर दिया।

दोस्तो, धीरो भाई का मानना था कि पैसे से पढ़ाय का कोई संबंध नहीं है, क्योंकि ये जरूरी नहीं है कि दुनिया में एक पढ़ा लिखा इंसान ही पैसे कमा सकता है। कुछ सालों तक घूम-घूम कर पकोड़े बेचने के बाद सन उन्नी सो अटालिस में सोलह साल की उम्र में वे अपने भाई रमडिक लाल की साहाता से अपने एक दोस्त के साथ यमन के एडेन सहर काम करने चले गए।

एडेन पहुँचकर उन्होंने पहले पेट्रोल पम्प पर काम किया, फिर कुछ दिनों बाद उसी कम्पनी में क्लर्कियल पोस्ट पर तीन सौ रुपये प्रतिमाह के वेतन पर काम करने लगे। वो अपने दिन भर के काम के बाद भी कोई न कोई पार्ट-टाइम काम करते रहते थे, जिससे उनके साथियों में उनके पास सबसे ज़्यादा पैसा था, लेकिन फिर भी उनके दिमाग में कहीं न कही रहता था कि उन्हें अगर अमीर बनना है तो अपना खुद का बिजनस करना ही होगा और बिजनस के लिए पैसे तो चाहिए।

पूरी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्यों को पूरा करते हुए, उन्होंने बड़ी सफलता प्राप्त की। धीरू भाई की कम्पनी में आज 90,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं और भारत में उनकी कम्पनी टॉप पर है। उन्होंने कहा है, “सपने देखने की हिम्मत करने वाले लोग पूरी दुनिया को जीत सकते हैं।”

धन्यवाद।

 

 

 

जीवन परिचय
पूरा नामधीरजलाल हीरालाल अंबानी
उपनामधीरूभाई
व्यवसायभारतीय व्यवसायी
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 168 मी०- 1.68 फीट इन्च- 5’ 6”
वजन/भार (लगभग)80 कि० ग्रा०
आँखों का रंगकाला
बालों का रंगश्वेत
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि28 दिसंबर 1932
जन्मस्थानचोरवाड़, गुजरात, भारत
मृत्यु तिथि6 जुलाई 2002
मृत्यु स्थानमुंबई, महाराष्ट्र, भारत
मृत्यु कारणमस्तिष्क आघात (Stroke)
आयु (मृत्यु के समय)69 वर्ष
राशिमकर
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरमुंबई, भारत
स्कूल/विद्यालयबहादुर कांजी हाई स्कूल, जूनागढ़, गुजरात
कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालयज्ञात नहीं
शैक्षिक योग्यतामैट्रिक पास
पुरस्कार/सम्मान• वर्ष 1998 में, उन्हें व्हार्टन स्कूल, पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय ने "डीन के पदक" से सम्मानित किया। • वर्ष 2000 में, उन्हें फिक्की (FICCI) द्वारा "Man of 20th Century" का नाम दिया गया। • वर्ष 2016 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया।
परिवारपिता - हीराचंद गोर्धनभाई अंबानी (एक स्कूल अध्यापक) माता - जमनाबेन भाई - रमणिकलाल अंबानी, नटवरलाल बहन - त्रिलोचना बेन, जसुमतिबेन
धर्महिन्दू
जातिमोध वाणिक
विवादउन्हें अक्सर नौकरशाहों, मीडिया और राजनेताओं के साथ सांठ गांठ करने के लिए कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ता था।
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा रंगश्वेत
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थितिविवाहित
विवाह तिथिवर्ष 1955
पत्नीकोकिला बेन अंबानी धीरूभाई अंबानी अपनी पत्नी के साथ
बच्चेबेटा - मुकेश अंबानी , अनिल अंबानी धीरूभाई अंबानी अपने बेटों के साथ बेटी - नीना, दीप्ती धीरूभाई अंबानी की बेटियां
धन संबंधित विवरण
संपत्ति (लगभग)₹18000 करोड़ (वर्ष 2000 के अनुसार)

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