केशव प्रसाद मौर्य, एक उदार भारतीय राजनेता, ने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनका जन्म कौशाम्बी जिले के सिराथू नामक एक मौर्या किसान परिवार में हुआ था।
अपनी पढ़ाई के दौरान, वह स्कूल की फीस भरने के लिए चाय और अखबार बेचते थे। केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, और बजरंग दल में एक कार्यकर्ता के रूप में योगदान किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य बनते हुए उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में भी भाग लिया। केशव प्रसाद मौर्य ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 2002 के विधानसभा चुनाव से की, लेकिन सिराथू विधानसभा क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने वर्ष 2012 में सिराथू विधानसभा सीट से विधायक के रूप में चुनाव जीता और 2014 में भारतीय जनता पार्टी की ओर से फूलपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बने।
केशव प्रसाद मौर्य विभिन्न व्यापारों में सक्रिय रहे हैं, जैसे कि पेट्रोल पंप, एग्रो ट्रेडिंग कंपनी, और जीवन ज्योति अस्पताल के पार्टनर भी हैं। उनका सामाजिक क्षेत्र में भी सक्रिय योगदान है, और उन्होंने अनेक चैरिटेबल कार्यों का संचालन किया है।
23 जनवरी 2021 को, वे अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण हेतु धन देने के लिए सहायता के रूप में श्री राम जन्मभूमि समर्पण निधि आयोजन में अपने 30 माह के वेतन का चेक स्वामी वासुदेवानंद और ट्रस्ट के सदस्यों को भेंट किया।
केशव प्रसाद मौर्य भगवान शिव के विशेष भक्त हैं और वे नियमित रूप से भगवान शिव का पूजा-पाठ करते हैं। 2022 विधान सभा चुनाव में उपमुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी गठबंधन की उम्मीदवार पल्लवी पटेल के सामने सात हजार वोटों से हार का सामना किया।
25 मार्च 2022 को, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में केशव प्रसाद मौर्य ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत करते हुए शपथ ली, जिसके साथ ही उत्तर प्रदेश के विधान सभा सदस्य और न्याय मंत्री बृजेश पाठक ने भी उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| व्यवसाय | भारतीय राजनेता और बिजनेसमैन |
| राजनीति करियर | |
| पार्टी/दल | भारतीय जनता पार्टी BJP |
| राजनीतिक यात्रा | • उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में सिराथू विधानसभा क्षेत्र से की। लेकिन उन्हें इस विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी राजू पाल से हार का सामना करना पड़ा। • इसके बाद केशव प्रसाद मौर्या वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से दोबारा चुनाव लड़े। लेकिन उन्हें इस बार भी हार का सामना करना पड़ा। लगातार दो बार हार का सामना करने के बाद वर्ष 2012 में उन्हें सिराथू विधानसभा सीट से विधायक के रूप में चुना गया। • दो बार विधायक रहने के बाद वर्ष 2014 में केशव प्रसाद मौर्या को भारतीय जानता पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव में फूलपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुना गया। |
| शारीरिक संरचना | |
| लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 168 मी०- 1.68 फीट इन्च- 5' 6" |
| वजन/भार (लगभग) | 60 कि० ग्रा० |
| आँखों का रंग | काला |
| बालों का रंग | काला |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 7 मई 1969 (बुधवार) |
| आयु (2021 के अनुसार) | 51 वर्ष |
| जन्मस्थान | सिराथू, कौशाम्बी, उत्तर प्रदेश |
| राशि | वृषभ (Taurus) |
| हस्ताक्षर | Keshav Prasad Maurya's signature |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | प्रयागराज (इलाहबाद) |
| कॉलेज/विश्वविद्यालय | इलाहबाद विश्वविद्यालय |
| शैक्षिक योग्यता | वर्ष 1997 में उन्होंने इलाहबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य विषय से बी.ए. किया। [1] |
| धर्म | हिन्दू [2] |
| जाति | कुर्मी (ओबीसी) [3] |
| पता | 10/2, अलकापुरी कॉलोनी, न्याय मार्ग, इलाहाबाद - 211001, उत्तर प्रदेश 801, नर्मदा अपार्टमेंट, डॉ. बी.डी. मार्ग, नई दिल्ली-110001 [4] |
| शौक/अभिरुचि | क्रिकेट, हॉकी, और कबड्डी |
| विवाद | • 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिए हलफनामे से साफ हुआ था कि उन पर दस गंभीर आरोपों के मामले दर्ज हैं। जिसमें धारा 302 (हत्या का केस ), धारा 153 (दंगा को बढ़ावा देने का केस), और धारा 420 (धोखाधड़ी का केस) जैसे आरोप शामिल हैं। वर्ष 2011 में मोहम्मद गौस हत्याकाण्ड में उनका नाम शामिल है जिसके चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। हालांकि इस केस में वह बरी हो चुके हैं। [5] • जब उनसे पूछा गया कि हरिद्वार में धर्म संसद के मंच से दिए गए हिंसा भड़काने वाले बयानों के बाद सूबे के मुख्यमंत्री चुप रहते हैं तो ऐसे बयान देने वालों को और भी बढ़ावा मिलता है और उनके हौसले और बढ़ते हैं। क्या आप लोगों को बयान देकर लोगों को आश्वस्त नहीं करना चाहिए कि आप किसी धर्म विशेष के ख़िलाफ़ नहीं हैं? केशव प्रसाद मौर्य ने इसके जवाब में कहा, "भाजपा को प्रमाणपत्र देने की आवश्यकता नहीं है। हम सबका साथ सबका विकास करने में विश्वास रखते हैं। धर्माचार्यों को अपनी बात अपने मंच से कहने का अधिकार होता है। आप हिन्दू धर्माचार्यों की ही बात क्यों करते हो? बाकी धर्माचार्यों के बारे में क्या क्या बयान दिए गए हैं। उनकी बात क्यों नहीं करते हो। बातचीत के दौरान ही केशव प्रसाद मौर्य नाराज हो गए और माइक निकाल कर फेक दिया। [6] |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| परिवार | |
| पत्नी | राज कुमारी देवी मौर्य Keshav Prasad Maurya with his wife |
| बच्चे | बेटा - 2 • योगेश कुमार • आशीष कुमार Keshav Prasad Maurya with his family |
| माता/पिता | पिता - श्याम लाल मौर्य माता - धनपति देवी मौर्य Keshav Prasad Maurya's parents |
| धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
| कार संग्रह | • स्कोडा सुपर्ब कार Keshav Prasad Maurya with his Mercedes Benz car • टोयोटा फॉर्च्यूनर कार Keshav Prasad Maurya with his Toyota Fortuner car |
| सैलरी | रु. 52,630/माह + अन्य भत्ते [7] |
| कुल सम्पत्ति (लगभग) | रु. 9 करोड़ (2014 के अनुसार) [8] |
