मोहम्मद अली { Mohammad Ali } 20वी सदी के सबसे कामजाब बॉक्सर थे। मोहम्मद अली एक अमेरिकन और मुस्लिम वर्ग से सम्बंध रखते थे । अली का शुरुआत का नाम कैसियस मार्सेलस क्ले जूनियर { Cassius Marcellus Clay Jr } था वह मुस्लिम धर्म से बहुत प्रभावित थे जिस वजह से उन्होंने अपना नाम कैसियस मार्सेलस क्ले जूनियर से बदल कर मोहम्मद अली कर लिया । धर्म बदलने की वजह से अली को बहुत सारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा पर वह कभी डगमगाए नही । उन्होंने अपने जीवन मे आने वाली हर परेशानी का डट कर सामना किया ।
अली पेशे से एक बॉक्सर थे और 3 वार वर्ल्ड हैवी वेट चैंपियन शिप का ख़िताब भी अपने नाम कर चुके है ,जो के हर किसी के लिए आसान नही होता । अली बॉक्सिंग कैरियर के साथ-साथ एक सोशल वर्कर भी थे । उन्होंने गरीबो की सहायता के लिए बहुत सारे कार्य किए और रंग-भेद के कारण हो रहे दुष विवहार के खिलाफ़ भी अली आवाज़ उठाने से कभी नही रुके ।
जन्म और परिवार { Birth and Family }
मोहम्मद अली का जन्म 17 जून 1942 को “Louisville ,USA” में हुआ । जन्म के समय इनका नाम कैसियस मार्सेलस क्ले जूनियर रखा गया । अली एक मिडिल क्लास ब्लैक फैमिली से संबंध रखते थे । उस समय गोरे और काले का भेद बहुत ज्यादा था । काले रंग की वजह से अली और उनके परिवार को बहुत सारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा । इनके पिता Cassius Marcellus Clay Senior” स्टील पेंट का काम किया करते थे और माँ ओडेसा एक हाउस वाइफ थी । माता और पिता के इलावा अली का एक भाई रहमान अली था । अली ने अपना वचपन बड़े ही साधारण तरीके से बिताया।
मोहम्मद अली का वैवाहिक जीवन { Married Life of Mohammad Ali }
अली के वैवाहिक जीवन की बात की जाए तो उनका वैवाहिक जीवन बेहद ही सुखद बीता। अली ने अपने जीवन मे कुल चार विवाह किए जिससे उन्हें सात बेटियां लैला अली, रशीदा अली, हाना अली, मरियम अली, जमिल्लाह अली, खलिआह अली और अली मिया ने जन्म लिया और 2 बेटे उसाद उमीद और मोहम्मद अली जूनियर हुए ।
अली की चार पत्नियों में से पहली सोंजी रॉय थी जिससे उन्होंने 1964 में विवाह किया , दूसरी बोलिंडा बोयह जिससे उन्होंने 1967 में विवाह किया ,तीसरी बेरोनिक पोर्श अली जिससे उन्होंने 1977 में विवाह किया और चौथी पत्नी योलांडा विलियम थी जिससे अली ने 1986 में विवाह किया ।
बॉक्सिंग की और पहला क़दम { First Step Towards Boxing }
जब मोहम्मद अली मात्र 12 वर्ष के थे तब उनके साथ एक ऐसा हादसा हुआ जिसने उनका पूरा जीवन बदल कर रख दिया और अली एक बॉक्सर बन गए । हुआ ऐश था के अली अपनी नई साईकल ले कर एक मेले में मुफ़्त कैंडी और पॉपकॉर्न खाने की चाह से गए पर वहाँ पर उनकी साईकल किसी चोर ने चोरा ली अली अपनी नई साईकल चोरी होने की वजह से बहुत दुःखी हुए । वह हर हालत में उस चोर को पकड़ कर पीटना चाहते थे ।
अली उस चोर को पकड़ कर पीटने के लिए शहर के पुलिस अधिकारी Joe Martin के पास मदद माँगने के लिए गए । अली ने Joe Martin से कहा के वह बस उसे इतना बता दे के चोर को पकड़ना कैसे है उसके बाद में उसे इतना मारोगा के फिर कभी वह चोर चोरी नही करेगा।
Joe Martin जो के एक जाने माने बॉक्सिंग कोच भी थे अली के अंदर लड़ने का ऐसा उत्साह देख कर अली को कहने लगे के उस चोर को मारने के लिए तुम्हें बॉक्सिंग सीखनी पड़ेगी क्या तुम्हें बॉक्सिंग आती है | अली के मना करने पर Joe Martin ने कहा के पहले तुम बॉक्सिंग सीख लो उसके बाद जितना मन चाहे उस चोर को पकड़ कर पीट लेना और अली को Joe Martin बॉक्सिंग की ट्रेनिंग देने लगे । अली ने बॉक्सिंग में ऐसी दिलचस्पी दिखाई के मात्र 2 महीने में ही अली एक खतरनाक बॉक्सर बन गए ।
शुरुआती बॉक्सिंग कैरियर { Early boxing career }
मोहम्मद अली ने 1954 में अमट्यूर बाउट बॉक्सिंग मुकाबलों से अपना बॉक्सिंग कैरियर शुरू किया और एक के बाद एक मुकाबला जीतते गए । इसके बाद अली ने कभी पीछे पलट कर नही देखा । उन्होंने 1956 में “Golden Gloves Tournament” जीता उसके बाद “National Nolden Gloves Touurnment” जीता, “Athrlatic Union National Title” जीता और लाइट वेट चैंपियन बने।
पेशेवर बॉक्सिंग कैरियर { Professional Boxing Career }
सन्न 1960 में मोहम्मद अली ने अपना प्रोफेशनल बॉक्सिंग कैरियर शुरु किया और “अंजलु डंडी” के साथ उन्होंने अपनी ट्रेनिंग कर ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीता । इसके बाद अली ने बॉक्सिंग में सबसे बड़ा टाइटल वर्ल्ड हैवी वेट चैंपियनशिप सनी लिस्टन “Sunny liston” को हरा कर जीती । अली ने प्रोफेशनल तौर पर कुल 61 फाइट्स लड़ी जिसमे से वह 56 फाइट्स जीते उन्होंने अपनी ज्यादातर फाइट्स नॉक आउट से जीत कर एक नया इतिहास कायम किया । अली का बॉक्सिंग से प्यार इस क़दर था के उन्होंने 49 साल की आयु तक बॉक्सिंग को नही छोड़ा परंतु उम्र बढ़ने के कारण और शरीरक कमजोरी आने की वजह से अली ने सन्न 1981 को अपने बॉक्सिंग कैरियर से सन्यास ले लिया ।
मोहम्मद अली की मृत्यु { Death of Mohammad Ali }
लम्बे बॉक्सिंग कैरियर के बाद अली को शरीरक रूप से काफ़ी परेशानी रहने लगी। 1984 में अली को Parkinson’s disease नाम की बीमारी हो गई जिसकी वजह से उनका पूरा शरीर क़ाबने लगा था । साथ ही में अली को दमे जैसी सास की बीमारियां भी हो गई थी । आखिर तबीयत बहुत ज्यादा ख़राब होने की वजह से इस महान बॉक्सर ने 4 जून 2016 को इस दुनियां को अलविदा कह दिया । मोहम्मद अली एक बहुत ही प्रेरणा स्रोत शख्शियत थे , ब्रूस ली जैसा महान फाइटर भी मोहम्मद अली का बड़ा प्रसंसक था । बड़े-बड़े बॉक्सर माइक टॉयसन, फ्लोयड मेवेदर और मैनी पैक्युओ जैसे बॉक्सरों ने भी मोहम्मद अली से ही प्रेरणा लेकर अपनी ज़िंदगी मे सफलता हासिल की है।