किसी ने यह खूबसूरत तथा गहराई से कहा है कि चेहरे की हंसी से ग़म को भूला दो, कम बोलो पर सब कुछ बता दो। खुद नहीं रूठो, पर सभी को हंसा दो। यही जीवन का सच है, जीना सिखा दो, जीयां दोस्तों! कुछ ऐसी ही थी वह महान आत्मा जो भारतीय मिट्टी से होने के बावजूद, भारतीय लोगों के दिल में असीम प्यार भरी थी।
आज हम बात करेंगे अगनेस गोजा बिजायू जी की, लेकिन इस नाम को आपने “मदर टेरेसा” के नाम से भी सुना होगा। जैसा कि हम जानते हैं, पुरतात्त्व में, मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त को मनाया जाता है।
उनका वास्विक नाम अगनेश गोजां बिजायू जी था और अल्वेनियन भाषा में “गोजा” का अर्थ होता है “फूल की कली”। मदर टेरेसा ने बचपन से ही सुंदर, अध्यन्न, और परिश्रमी लड़की बने रहने का संकल्प किया था। उनकी रुचि पढ़ाई और गाने में थी, और वह गिर्जाकर की मुख्य गायिका बन गई थी।
जब वह 12 साल की थी, तो उन्हें अपने जीवन को मानव सेवा में लगाने का अनुभव हुआ और उन्होंने अठारह साल की आयु में “सिस्टर्स ऑफ लोरेटो” में समाहिल होने का निर्णय लिया। इसके बाद, उन्होंने आयलैंड जाकर अंग्रेजी सीखी, क्योंकि लोरेटो की सिस्टर्स इस भाषा में शिक्षा देती थीं और वह भारत में बच्चों को पढ़ाने में सहायक होती थीं।
मदर टेरेसा की सेवा और समर्पण के कारण, उन्हें विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों और पुरस्कारों से नवाजा गया, जैसे कि पद्मश्री (1962), भारतीय सर्वोच्च सिविल सम्मान “भारत रत्न” (1980), अमेरिकी मेडल ऑफ फ्रीडम (1985) और नोबेल शांति पुरस्कार (1989)। मदर टेरेसा का यह अद्वितीय यात्रा और उनकी सेवा का आदान-प्रदान आज भी हमें प्रेरित करता है।
उनके असली यात्रा और कठिनाईयों के बावजूद, मदर टेरेसा ने हमें एक नई परिभाषा दी है कि कैसे एक व्यक्ति अपने जीवन को दूसरों के सेवा में समर्पित कर सकता है। उनकी मृत्यु के बाद भी, मदर टेरेसा की स्मृति और उनकी सेवा हमें यह शिक्षा देती है कि सच्ची खुशियों का स्रोत दूसरों की मदद करना है।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| वास्तविक नाम | अग्नेसे गोंकशे बोजशियु (Anjezë Gonxhe Bojaxhiu) |
| उपनाम | कलकत्ता की संत टेरेसा |
| व्यवसाय | अल्बानियाई रोमन कैथोलिक नन और मिशनरी |
| शारीरिक संरचना | |
| लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 152 मी०- 1.52 फीट इन्च- 5' |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 26 अगस्त 1910 |
| जन्मस्थान | उस्कुब, उस्मान साम्राज्य (वर्त्तमान सोप्जे, मेसेडोनिया गणराज्य) |
| मृत्यु तिथि | 5 सितंबर 1997 |
| मृत्यु स्थल | कलकत्ता (अब कोलकाता), पश्चिम बंगाल, भारत |
| आयु (मृत्यु के समय) | 87 वर्ष |
| राशि | कन्या |
| राष्ट्रीयता | उस्मान प्रजा (1910–1912) सर्बियाई प्रजा (1912–1915) बुल्गारियाई प्रजा (1915–1918) युगोस्लावियाइ प्रजा (1918–1943) यूगोस्लाव नागरिक (1943–1948) भारतीय प्रजा (1948–1950) भारतीय नागरिक (1948–1997) अल्बानियाई नागरिक (1991–1997) |
| गृहनगर | सोप्जे, मेसेडोनिया गणराज्य |
| स्कूल/विद्यालय | ज्ञात नहीं |
| महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | ज्ञात नहीं |
| शैक्षिक योग्यता | आयरलैंड के राथफर्नहम में लोरेटो एबे में अंग्रेजी सीखी |
| परिवार | पिता - निकोला बोयाजू (व्यवसायी माता - द्राना बोयाजू भाई - लाज़र बोयाजू बहन - अगा बोयाजू मदर टेरेसा अपने माता-पिता और बहन के साथ |
| धर्म | ईसाई |
| शौक/अभिरुचि | समाज सेवा करना |
| विवाद | • वित्तीय कुप्रबंध से संबंधित आदेश जारी करने के लिए मीडिया द्वारा उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। • जब वर्ष 1975 में इंदिरा गांधी ने नागरिक स्वतंत्रता निलंबित कर दी थी, तब उनकी विवादास्पद टिप्पणी की आलोचना की गई। जिसमें उन्होंने कहा: "People are happier. There are more jobs. There are no strikes." • कुछ समुदायों द्वारा उनके ऊपर धर्म परिवर्तन के भी आरोप लगाए गए थे। • वर्ष 1991 में, ब्रिटिश जर्नल "द लैंसेट" के संपादक रॉबिन फॉक्स ने उन पर आरोप लगाए कि कलकत्ता (अब कोलकाता) में बीमारी के समय अपने घर पर सही ढंग से चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई। जिससे मदर टेरेसा को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
| पति | कोई नहीं |
| बच्चे | कोई नहीं |
