नजर लक्ष पर थी, गिरे और समल ते रहे, हवाओं ने पूरा जोर लगा दिया, फिर भी चिराग जलते रहे। देड़ वारदाते हो रही थीं। इसके बाद पुलिस बदमाशों पर तूट पड़ी और लोग जनबदमाशों से खौफज़दा थे, जो पुलिस से भी डर रहे थे।
जानते हैं, ये सब कैसे मुमकिन हुआ? ये सूपर कॉप और एंकाउंटर स्पेशलिस्ट नवनीट सेकेरा का ही भौकाल था, जिसने बदमाशों को जटी का दू दिया। इस उच्चतम आईपीएस अफसर का यह जटी का दू दिया दिला दिया बहुत ही प्रभावी था।
ये भौकाल नवनीट सेकेरा की नहीं बल्कि उनकी असली पहचान का हिस्सा है। हाँ, यूपी पुलिस के इस आईपीएस अफसर, सोशल मीडिया पर एंकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से मशहूर हैं।
नवनीद सिकेरा ने साड़ से ज्यादा एनकाउंटर किए हैं, एटाले के छोटे से गाँव में जन्मे नवनीत ने कई मुश्किलों का सामना करते हुए आईपीएस बनने का सफर तय किया।
नवनीद ने एटा जले के आल बॉयस स्कूल से हाई स्कूल पास किया और उसके बाद दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एडमिशन लेने का सोचा। लेकिन अंग्रेजी के कारण उनको एडमिशन नहीं मिला। हार नहीं मानकर, उन्होंने खुद से किताबें खरीदीं और पढ़ाई की।
नवनीत ने अपनी मेहनत और लगन से IIT जैसी परीक्षा को पार किया और IIT रूड़की से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया। ग्रेजुएशन के बाद, उन्होंने IIT दिल्ली में M.Tech में एडमिशन लिया।
हालांकि, उनके पिताजी ने पुलिस सेवा में शामिल होने के लिए उन्हें प्रेरित किया। नवनीत बताते हैं कि उनके पिता को एक भूख धर्म के वार्डन फोन आ रहे थे, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और उनके पिताजी को ही बेजार कर दिया।
इस घटना ने नवनीट सिकेरा पर काफी प्रभाव डाला और उन्होंने M.Tech की पढ़ाई छोड़कर सिविल सेवा की तैयारी करने का निर्णय लिया।
नवनीत ने बिना किसी कोचिंग के सहारे अपनी मेहनत और लगन से पहले ही सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त की। उनकी रैंक इतनी अच्छी थी कि उन्हें आसानी से IAS की पोस्ट मिल सकती थी, लेकिन उन्होंने अपने सपने में IPS बनने का इरादा बनाए रखा।
वे 32 वर्ष की आयु में लखनऊ के सबसे युवा SSP बन गए। साल 2001 में, उन्हें GPS और CIS आधारित आटोमेटिक वीकल लोकेशन सिस्टम विकसित करने के लिए नवनीत सिकेरा एसएसपी रहे। इस अवधि के दौरान, उन्होंने 55 शातिर और इनामी बदमाशों को एक बार में ही इनकाउंटर कर दिया।
लखनऊ में आईपीएस नवनीट सिकेरा ने बदमाश रमेश कालिया के अड्डे तक पहुंचने के लिए पुलिस की बाराग की स्क्रिप्ट तैयार की। बैंड बाजे के सारे दिन परपुरवाश्ट पर प्रशिक्षण करते हुए, नवनीत ने पुरवाश्ट की तैयारी की। बैंड बाजे के साथ बारात रमेश कालिया के अड्डे तक पहुंची, और भागने की कोशिश करते समय, कालिया को इनकाउंटर में मार डाला गया।
चलती कार्रवाई से सामाजिक दुष्कर्म के मामले में कद्दावद नेता के भतीजे का सामना करते ही, पुलिस पर दबाव बढ़ा और नवनीद सिकेरा अकेले हो गए। बिना हार माने, अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें सजा हुई।
इसके बाद, नवनीद सिकेरा ने यूपी पुलिस में आईजी के पद पर कई कार्यों को संचालित किया है। हाल ही में Mx Player पर शुरू हुई सीरीज “भौकाल” नवनीद सिकेरा के पुलिस कारियर पर आधारित है। लखनऊ और मुजफ्फरनगर में बढ़ रहे गैंग वार कोच को नवनीद ने सफलतापूर्वक समाप्त किया, और “भौकाल” इसी कारण है कि वह एक उदाहरण हैं।
नवनीद सिकेरा यूपी पुलिस में आईजी के पद पर रहते हैं और सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। उनकी कड़ी दृष्टिकोण से जन और युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का प्रयास है।
नवनीद ने पुलिस सेवा में आने का मकसद यही रखा है कि वह आम लोगों की सुरक्षा करें और इस मकसद को बहुपरकारी ढंग से पूरा कर रहे हैं।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| वास्तविक नाम | नवनीत यादव [1] |
| व्यवसाय | पुलिस अफसर (आईजी) |
| लोकप्रियता | 6 Mar 2020 की एमएक्स प्लेयर वेब सीरीज "भौकाल" उनके जीवन पर आधारित है। एमएक्स प्लेयर वेब सीरीज- भौकाल |
| शारीरिक संरचना | |
| लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 177 मी०- 1.77 फीट इन्च- 5' 10" |
| आँखों का रंग | काला |
| बालों का रंग | काला |
| पुरस्कार, सम्मान, उपलब्धियां | • नवाचार के लिए मुख्यमंत्री का पुरस्कार (2002) • विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (24/01/05) • राष्ट्रपति पदक (26/01/13) • महानिदेशक Commendation Disc - Silver (15/08/15) • महानिदेशक Commendation Disc - Gold (26/01/18) |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 22 अक्टूबर 1971 (शुक्रवार) |
| आयु (2020 के अनुसार) | 49 वर्ष |
| जन्मस्थान | इटावा, उत्तर प्रदेश, भारत |
| राशि | तुला |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर | इटावा, उत्तर प्रदेश, भारत |
| स्कूल/विद्यालय | • आईआईटी रुड़की (1989-93) • इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी), हैदराबाद (2010-11) |
| शैक्षिक योग्यता | • B.Tech (CSE) • एमबीए (वित्त, रणनीति और नेतृत्व) |
| धर्म | हिन्दू |
| जाति | अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) |
| शौक/अभिरुचि | यात्रा करना, किताबें पढ़ना, और क्रिकेट खेलना |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| परिवार | |
| माता-पिता | पिता : स्वर्गीय मनोहर सिंह यादव (किसान) माता : नाम ज्ञात नहीं नवनीत सिकेरा अपने माता-पिता के साथ |
| पत्नी | डॉ. पूजा ठाकुर सिकेरा (सामाजिक कार्यकर्ता और मोटिवेशनल स्पीकर हैं।) नवनीत सिकेरा अपनी पत्नी डॉ पूजा ठाकुर सेकेरा के साथ |
| बेटा | दिव्यांश सिकेरा नवनीत सिकेरा अपने बेटे दिव्यांश सिकेरा के साथ |
| बेटी | आर्य सिकेरा नवनीत सिकेरा अपनी बेटी आर्य सिकेरा के साथ |
| पसंदीदा चीजें | |
| पसंदीदा क्रिकेटर | महेंद्र सिंह धोनी Navniet Sekera with MS Dhoni |
| धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
| वेतन (लगभग) | 1,50,000.00 रुपए प्रति माह (7 वें वेतन आयोग के अनुसार) |
