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तब का जन्म मद्यपरतिश के इनदौर शहर में, 24 नवेंबर सन उनिस्सो पैंतिस में हुआ। ब्रिटिश राज के दौरान सलीम खान साहब के वालद एक पुलिस ओफिसर थे और इनके बच्चन में ही इनकी माताजी का इंतकाल हो गया था। इनकी माँ टीवी से प्रेरित थी और नन्ने सलीम को इनकी माँ से मिलने की अजाजत नहीं थी। कुछ धुंदली यादें जरूर इनके जहन में रही और वो दर्द भी।

सलीम खान साहब एक अच्छे खासे परिवारज थे और कॉलेज में मशहूर क्रिकेटर भी थे। सभी लोग इनसे मतासीर थे और इनकी प्रस्तुति भी देखते ही बनती थी, हालांकि इनका एक्टिंग से कोई खास लेना देना नहीं था। परंतु, किस्मत ने उन्हें एक्टिंग की दिशा में ले जाने का निर्णय किया। एक शादी के दौरान, मशहूर डायरेक्टर अमर्थनाथ ने सलीम खान साहब पर गौर किया और उन्हें एक्टिंग में काम करने के लिए मुंबई आने की प्रस्तावित की। सलीम खान साहब थोड़े से हैरान हुए, लेकिन जब उन्हें पता चला कि उन्हें चार से रुपये महीने की तंखा पर भी रखने के लिए तैयार हैं अमर्थनाथ साहब, और एक्टिंग अपने आप में एक अलग चीज है, तो सलीम खान मुंबई जाने के लिए तैयार हो गए।

जब यह स्टेशन पर पहुँचे, तब उनके साथ एक इस प्रकार का घटना हुआ कि उन्होंने मन बना लिया कि “मेरे पास पैसे ख़त्म हो गए हैं, मुझे वापस बुला लो या फिर पैसे भेज दो”। जब ये बात सलीम खान के कानों में पड़ी तो उन्होंने इस इरादे को पक्का कर लिया कि अब तो कुछ करके दिखाना ही होगा। कुछ वक्ततक वे एक छोटे से गेस्ट हाउस में रहे, और उसके बाद उनका करियर शुरू हुआ। फिल्मों में ‘मक्बूल’, ‘मंजिल’, ‘सरहदी’, ‘लोटेरा’, ‘दीवाना में’ उनके किरदार को पसंद किया गया, और इसके साथ साल बीत गए थे।

फिल्म पीसरी ‘यादों की बाराद’, ‘जंजीर’, ‘हाथ की सफाई’, ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘क्रांपी’, ‘जौनी पर्सुदाव’, ‘शोले नहीं, हमें प्रसुदाव है’ आदि से सलीम जाविद ने नाम कमाया और राइटर्स को भी इजद दिलाई। सलीम जाविद ने लगभग 12 साल तक जावेद अख्तर के साथ मिलकर काम किया और इस दौरान अनेक फिल्में बनाईं, जिसमें सलीम जाविद ने निजी नाम के बावजूद और भी बड़े राइटर्स को साथ मिलकर इजद दिलाई।

इन आलोचनाओं के बावजूद, सलीम खान ने एक स्क्रिप्ट तैयार की, जिसका नाम था “नाम चिर्जी आई है”। इस स्क्रिप्ट ने संज़े तत्व, कुमार गौरव, और नूतन को बहुत प्रशंसा प्राप्त करवाई। इसके बाद भी सलीम खान साहब ने कई फिल्मों के लेखन में योगदान दिया।

जिन्होंने “शोले”, “दीवार”, और “यादों की बाराद” जैसी महत्वपूर्ण फिल्मों का संवाद लिखा, सलीम खान साहब ने सिर्फ खुद को ही नहीं, बल्कि राइटर्स को भी उच्च स्तर का पहचान दिलाया। इसी दौरान सलीम खान साहब का रिश्ता मशहूर डांसर और एक्ट्रेस हेलन से बना, और इस रिश्ते से उन्हें चार बच्चे हुए – सलमान खान, अरबाज खान, सोहेल खान और बेटी अलवेरा खान, जो फिल्मी दुनिया में अपने नाम बना रहे हैं।

सलीम खान साहब का जीवन संघर्ष और सफलता से भरा हुआ है, जो इन्हें एक अद्भुत राइटर और कहानीकार बनाता है।

 

 

जीवन परिचय
वास्तविक नामअब्दुल सलीम खान
व्यवसायपटकथा लेखक, अभिनेता
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 175 मी०- 1.75 फीट इन्च- 5’ 8”
वजन/भार (लगभग)80 कि० ग्रा०
आँखों का रंगहल्का भूरा
बालों का रंगधूसर (सफेद और काला)
करियर
डेब्यूफिल्म (सहायक अभिनेता) : बारात (1960) सलीम खान की डेब्यू फिल्म बारात (1960) फिल्म (पटकथा और संवाद लेखक) : हाथी मेरे साथी (1971) सलीम खान की पटकथा लेखक और संवाद लेखक के रूप में डेब्यू फिल्म हाथी मेरे साथी
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि25 नवंबर 1936
आयु (वर्ष 2017 के अनुसार)83 वर्ष
जन्मस्थानइंदौर, ब्रिटिश भारत
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरइंदौर, मध्य प्रदेश, भारत
राशिधनु
स्कूलसेंट राफेल स्कूल, इंदौर
कॉलेजहोलकर कॉलेज, इंदौर
शैक्षणिक योग्यतापरास्नातक
धर्मइस्लाम
पतागैलेक्सी अपार्टमेंट, बांद्रा बैंडस्टैंड, मुंबई सलीम खान का घर बांद्रा बैंडस्टैंड, मुंबई में
शौक अभिरुचिक्रिकेट देखना और पुस्तकें पढ़ना
विवादसलीम खान को ट्विटर पर आलोचनाओं का सामना तब करना पड़ा, जब उन्होंने अपने बेटे सलमान खान के विवादास्पद बयान का बचाव किया था। जिसमें सलमान ने वर्ष 2016 में जम्मू-कश्मीर स्थित उड़ी सेना शिविर पर हुए, आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी अभिनेताओं पर प्रतिबंध की निंदा की थी।
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी
वैवाहिक स्थितिविवाहित
गर्लफ्रेंडज्ञात नहीं
परिवार
पत्नीसुशीला चरक (विवाह 18 नवंबर 1964) सलीम खान की पहली पत्नी सुशीला चरक और बेटा सलमान खान हेलेन (विवाह वर्ष 1981) सलीम खान की दूसरी पत्नी हेलेन
बच्चेबेटा - सलमान खान (अभिनेता), सलमान खान अरबाज़ खान (निर्देशक, निर्माता, लेखक और अभिनेता), अरबाज़ खान सोहेल खान (निर्देशक, निर्माता, लेखक और अभिनेता) सोहेल खान बेटी - अलविरा खान और अर्पिता खान (गोद ली हुई) सलीम खान अपनी दोनों बेटियों के साथ नोट : उनकी दूसरी पत्नी हेलेन से कोई संतान नहीं है।
माता-पितापिता - अब्दुल राशीद खान (डीआईजी - इंदौर, भारतीय इमप्रियल पुलिस) माता - नाम ज्ञात नहीं
भाई-बहनभाई - 1 बहन - ज्ञात नहीं
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा खेलक्रिकेट
धन संबंधित विवरण
कार संग्रहटोयोटा लैंड क्रूजर, रेंज रोवर वोग
कुल आय (लगभग)₹147 करोड़ ($ 20 मिलियन)

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