दोस्तों, आप सोच रहे होंगे कि इतने सारे संचार के माध्यमों के बाद मैंने रेडियो को जीकर क्यों किया? यह क्योंकि आजादी की लड़ाई में खूफिया रेडियो सर्विस शुरू हुई थी, जिसे भारत की पहली रेडियो वूमेन भी कहा जाता है। उनका नाम ऊषा महता है, जो 25 मार्च, 1920 को गुजरात के सूरत के पास स्थित सारस गाँव में पैदा हुई थी। ऊषा महता के पिता ब्रिटिश हुकूमत के न्यायाधीश थे और उनके परिवार के साथ बॉम्बे में आने के बाद उन्होंने आजादी के आंदोलन में भी अपनी भूमिका निभाई।
9 अगस्त 1942 को बॉम्बे के गोवालिये टैंक मैदान में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई, जिसमें उशा महता ने भी भाग लिया। इसके दौरान महात्मा गांधी और अन्य नेताओं को गिरफ्तार किया गया, लेकिन उशा महता और उनके साथी बच गए। उन्होंने खूफिया रेडियो सर्विस की अवधारित करने में भी भाग लिया, जिससे इस सेवा का आरंभ हुआ।
खूफिया रेडियो सर्विस के माध्यम से ऊषा महता ने अंग्रेजों के खिलाफ सीक्रेट संदेश पहुंचाने के लिए पुराने ट्रांसमीटर को जोड़-तोड़ कर नई तकनीकों का उपयोग किया। इससे कांग्रेस रेडियो सर्विस की शुरुआत हुई, जिसमें 14 अगस्त 1942 को पहला प्रसारण हुआ। ऊषा महता ने इसमें भारत छोड़ो आंदोलन की बातें सुनाईं और उसे “कांग्रेस रेडियो वूमेन” के रूप में मशहूर किया।
खूफिया रेडियो सर्विस के माध्यम से उशा महता ने अंग्रेजों के खिलाफ सीक्रेट संदेश पहुंचाने के लिए पुराने ट्रांसमीटर को जोड़-तोड़ कर नई तकनीकों का उपयोग किया। इससे कांग्रेस रेडियो सर्विस की शुरुआत हुई, जिसमें 14 अगस्त 1942 को पहला प्रसारण हुआ। ऊषा महता ने इसमें भारत छोड़ो आंदोलन की बातें सुनाईं और उसे “कांग्रेस रेडियो वूमेन” के रूप में मशहूर किया।
इन बहादुर योद्धाओं ने अपने प्राणों की क़ुर्बानी देकर हमें आजाद देश का वासी बनाया है। हमें इन महान व्यक्तियों का आभार व्यक्त करना चाहिए जो हिम्मत और साहस के साथ अपने देश के लिए सेवा करते रहे हैं।
| जीवन परिचय | |
|---|---|
| उपनाम | उषाबेन [1] |
| व्यवसाय | सामाजिक कार्यकर्ता और प्रोफेसर |
| जाने जाते हैं | • भारत के गांधीवादी और स्वतंत्रता सेनानी होने के नाते • 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान एक भूमिगत गुप्त रेडियो स्टेशन चलाने के नाते (उस समय वह सिर्फ 22 वर्ष की थी ) |
| शारीरिक संरचना | |
| आँखों का रंग | काला |
| बालों का रंग | सफ़ेद |
| व्यक्तिगत जीवन | |
| जन्मतिथि | 25 मार्च 1920 (गुरुवार) |
| जन्मस्थान | सरस गांव, सूरत, गुजरात, भारत |
| मृत्यु तिथि | 11 अगस्त 2000 (शुक्रवार) |
| मृत्यु स्थल | मुंबई [2] |
| आयु (मृत्यु के समय) | 80 वर्ष |
| मृत्यु का कारण | बेचैनी और सांस फूलने की वजह से [3] |
| राशि | मेष (Aries) |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| गृहनगर/राज्य | सूरत, गुजरात, भारत |
| स्कूल/विद्यालय | • खेड़ा और भरूच स्कूल, गुजरात • चंद्रमजी हाई स्कूल, बॉम्बे, जो अब मुंबई में आता है। |
| कॉलेज/ विश्वविद्यालय | • विल्सन कॉलेज, बॉम्बे, अब मुंबई • बॉम्बे विश्वविद्यालय, जो अब मुंबई विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। |
| शौक्षिक योग्यता | • उन्होंने 1939 में दर्शनशास्त्र से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह विल्सन कॉलेज, बॉम्बे से राजनीति विज्ञान की डिग्री प्राप्त की। [4] • बाद में उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय, जो अब मुंबई विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है, में गांधीवादी विचारों में पीएचडी की पढ़ाई की। [5] |
| प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
| वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
| बॉयफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
| परिवार | |
| पति | लागू नहीं |
| माता/पिता | पिता - हरिप्रसाद मेहता (ब्रिटिश राज के तहत एक जिला स्तरीय न्यायाधीश) माता - घेलिबेन मेहता (गृहिणी) |
| भाई | उनका एक बड़ा भाई था जिसका नाम ज्ञात नहीं |
| अन्य संबंधी | • भतीजे - केतन मेहता (बॉलीवुड फिल्म निर्माता) Ketan Mehta • डॉ यतिन मेहता (गुड़गांव में मेडिसिटी) Dr Yatin Mehta • डॉ नीरद मेहता (पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल, मुंबई) Dr Nirad Mehta |
