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Yash Tonk

तो कैसा दौर था वह और कैसा अनुभव हुआ जिसने आपको मॉडलिंग करने के लिए प्रेरित किया? मैं यह कहूंगा कि जो भी मेरी मॉडलिंग कर रही थी, उसका अनुभव अद्वितीय था। यह बात-बात पर नहीं आती थी, बल्कि यह किस्मत का सवाल था। हम सभी दोस्त एक साथ मिलकर अच्छे पलों को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करते थे, जैसे कि इंडिया सब जवाद के क्षेत्र में, कॉलेज में परिचित लोगों के साथ। मैं बेसमिल मॉडल के रूप में आगे बढ़ा रहा था।

मैंने पहली बार प्रेस्टीज मिली जगह को देखा था, जहां मुझे लगा कि मैंने इसे करना चाहिए। इसके बाद, मेरी मेहनत और परिश्रम से, मैंने बॉम्बे में बहुत ही रोमांचक मॉडलिंग का अनुभव किया। अगर मैं नहीं परवाह करता, तो मुझे खड़यानी खाट तक पहुंचना ही नहीं होता। हाँ, वहां बेसिकली मॉडलिंग होती है, जिसे लोग सामान्यत: फिल्म इंडस्ट्री के अच्छे काम के रूप में नहीं मानते हैं, लेकिन जब आपके परिवार आपका समर्थन करता है, तो आप अन्य लोगों से अलग कैसे हो सकते हैं, यह उनकी समर्थन और समर्थन की बात करता है।

मैंने इसके दौरान कैसे अपने परिवार के साथ अलग हो गया और फिल्म का प्रस्ताव कैसे मिला, जो आज तक लोगों के दिलों में बसा हुआ है, इसके बारे में बताएं। “यश्टॉंग इस इक्वल तू लव गुरू” की आपकी इमेज ने लोगों को कैसे प्रभावित किया, इस बारे में भी हमें सुनाएं।

मैंने प्रशन पर उत्तर दिया कि याश प्रशना पर बन गई और फिल्म के दौरान मेरे सह-कलाकारों, अभिनेत्रियों, निर्देशक, और सहायक से मिलने का मेरा अनुभव कैसा रहा, और उनके साथ कैसा सम्बन्ध बना। सभी मेरे सीन्स पसंद कर रहे थे। पहले तो पिक्चर में इतने सारे सीन्स नहीं थे, लेकिन “यश्टितिस शूट” के बाद, मेरे सीन्स बढ़ गए।

इसके बाद, पिक्चर तैयार हो गई, पहला ट्रायल हुआ, और आप आज भी फिल्म इंडस्ट्री में एक उदाहरण हैं। आप ऐसे एक्टरों की बातें कैसे देखते हैं जो अभिनय नहीं कर सकते और फिर भी अंत में असफल रहते हैं? मैं बिल्कुल इस बात को मानता नहीं हूं, लेकिन देखा जाता है कि कभी-कभी एक्टर बनने वाले लोग कितनी कठिनाईयों का सामना करते हैं। अभिनय एक कला है और यह हर किसी के बस की बात नहीं होती।

मैं अभिनय में कभी-कभी शिक्षा प्राप्त करने वालों के लिए कितना महत्वपूर्ण है यह मानता हूं, लेकिन मैं स्कूल और कॉलेज में कभी भी स्वयं को एक शायर नहीं समझा। मैंने हमेशा शायरी में रूचि रखी है, लेकिन कैमरे के सामने मुझे कभी भी कोई दिक्कत नहीं हुई है। मैं जानता हूं कि मॉडलिंग और अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों को भी इस तरह का अनुभव होता है, जो नाटक और कला में कोई रूचि नहीं रखते हैं। वे बस अपने क्षेत्र में महारत हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं।

 

 

 

जीवन परिचय
वास्तविक नामयशपाल टोंक
व्यवसायअभिनेता
प्रसिद्ध भूमिकाटीवी धारावाहिक - कहीं किसी रोज़ (2001-2004) में कुणाल सिकंद कहीं किसी रोज़ (2001-2004)
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 175 मी०- 1.75 फीट इन्च- 5' 9"
वजन/भार (लगभग)70 कि० ग्रा०
आँखों का रंगभूरा
बालों का रंगकाला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि30 अक्टूबर
आयुज्ञात नहीं
जन्मस्थानसोनिपत, हरियाणा, भारत
राशिवृश्चिक
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरहिसार, हरियाणा, भारत
स्कूल/विद्यालयकैम्पस स्कूल, हिसार, हरियाणा
महाविद्यालय/विश्वविद्यालयश्री अरबिंदो कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
शैक्षिक योग्यतास्नातक
डेब्यूफिल्म अभिनेता : फिल्म - संघर्ष (1999) फिल्म - संघर्ष (1 999)
परिवारपिता - नाम ज्ञात नहीं (हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में मुख्य सुरक्षा अधिकारी) माता - नाम ज्ञात नहीं भाई - ज्ञात नहीं बहन - ज्ञात नहीं
धर्महिन्दू
शौक/अभिरुचिनृत्य करना
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा भोजनफ्राइड प्रॉन्स हुनान सॉस, कश्मीरी दम आलू और राजमा चावल
पसंदीदा अभिनेतारॉबर्ट डी नीरो, रणबीर कपूर
पसंदीदा अभिनेत्रीविद्या बालन
पसंदीदा रेस्तरांसम्पन रेस्तरां, जुहू, मुंबई
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थितिविवाहित
गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामलेगौरी यादव (अभिनेत्री)
पत्नीगौरी यादव (अभिनेत्री) यश टोंक अपनी पत्नी के साथ
बच्चेबेटा - कोई नहीं बेटी - परी टोंक और मायरा टोंक यश टोंक अपने परिवार के साथ

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